(Charkhi Dadri News) चरखी दादरी। अपनी मांगों को लेकर मिड डे मिल वर्कर ने जिला प्रधान बबली की अगुवाई में डीईओ से मिलकर ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान अपनी मांगों को प्रमुखता से रखा गया जिसमें मिड डे मिल वर्कर को 26 हजार न्यूनतम वेतन, 12 महीनों भुगतान, बकाया वेतन का भुगतान, स्कूलों को मर्ज व बंद न करना, छंटनी न करना, छटनी हो चुके को दोबारा काम पर रखना, राष्ट्रीय नीति 2020 रद्द करना, 65 वर्ष की आयु में सेवानिवृति व दो लाख दिए जाए, वर्दी भत्ता 2 हजार वार्षिक करने, घायल होने पर इलाज व 50 हजार तथा मृत्यु होने पर आश्रितों को 5 लाख का मुआवजा, स्थाई कर्मी का दर्जा देने, ईएसआई व पीएफ कवर किया जाए, 12 तक के सभी बच्चों को मिडडे मिल योजना के दायरे में लाने, बेगार बंद करवाने, महीने के दौरान 2 अवकाश देने, स्वयं सहायजा समूह बनाने का दबाव न देने, निजीकरण बंद करने, मिड डे मिल को किसी भी प्रकार के ठेके पर न दिए जाने, शिक्षा सहित सार्वजनिक क्षेत्र इकाईयों और सेवाओं के निजीकरण पर रोक लगाने, मजदूर विरोधी चारो लेबर कोड रद्द करने की मांग उठाई गई।
इस दौरान अधिकारी ने सभी को भरोसा दिलाया कि उनका दो माह का बकाया वेतन जल्द ही मिल जाएगा। इसके अलावा राजकीय स्कूलों में मिड डे मिल वर्कर से सफाई काम न करवाए जाने व अलग से कर्मी रखने की मांग भी उठाई गई। इस दौरान रूकमा, राजरानी, सुनिता, नीलम, शरबती, ओमपति, मंजू, सरोज, दर्शना आदि थे।