- गांवों के सर्वांगीण विकास से ही भारत विश्व गुरु बन सकता: वसुधा बहन
(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। ब्रह्माकुमारीज सेवाकेंद्र कादमा-झोझूकलां व मेडिकल विंग तथा भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिकता व नारकोटिक्स विभाग के संयुक्त तत्वावधान में मेरा भारत नशा मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत मेरा गांव नशा मुक्त गांव अभियान का समापन ब्रह्माकुमारीज सेवाकेंद्र झोझूकलां में हुआ। 20 दिन तक चला इस अभियान के अंतर्गत 40 गांवों में 4250 लोगों ने नशा छोडऩे व न करने की शपथ ली दर्जनभर गांवों के सरपंचों ने अपने गांव में ब्रह्माकुमारीज पाठशाला खोलने का निमंत्रण दिया।
गांवों के सर्वांगीण विकास से ही भारत विश्व गुरु बन सकता है क्योंकि भारत गांवों में बसता है
अभियान का उद्देश्य बताते हुए क्षेत्रीय संचालिका राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने कहा की आज हमारे भारत देश के ग्रामीण लोग व युवा पीढ़ी विभिन्न प्रकार के व्यसनों के गुलाम होते जा रहे हैं जो एक चिंता का विषय है। उन्होंने कहा की हमारे गांव के भोले भाले लोगों को व युवा पीढी को बीड़ी सिगरेट शराब ड्रग्स व अन्य नशीले द्रव्य पदार्थों से होने वाली हानि और उनसे बचने का सहज तरीका अपने मनोबल को बढ़ाने के लिए आध्यात्मिक मूल्य मेडिटेशन राजयोग के प्रति जागृत करने के लिए यह नशा मुक्त अभियान निकाला गया जिसके सकारात्मक परिणाम अवश्य आएंगे। उन्होंने कहा कि गांवों के सर्वांगीण विकास से ही भारत विश्व गुरु बन सकता है क्योंकि भारत गांवों में बसता है।
अभियान की संयोजक एवं झोझूकलां सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी ज्योति बहन ने अभियान की रिपोर्ट सुनाते हुए कहा कि 7 फरवरी से 26 फरवरी तक चला यह 20 दिवसीय अभियान के दौरान विभिन्न गांवों व शिक्षण संस्थाओं में लगभग 4250 लोगों व विद्यार्थियों को चित्र प्रदर्शनी, नाटक व प्रवचनों के द्वारा नशा मुक्त रहने व अपने नैतिक चारित्रिक उत्थान करने की शपथ दिलाई और उनको घर गृहस्थ परिवार में रहते हुए सुख शांति आनंदमय आध्यात्मिक शैली से जीवन जीने की कला बताई। समापन समारोह में पूर्व मुख्याध्यापक विनोद सांगवान पिचौपा खुर्द व सूबेदार रोहताश सांगवान कुब्जानगर ने कहा कि हमारे ग्रामीण क्षेत्र के लिए ब्रह्माकुमारीज संस्था का यहां स्थापित होना बड़े गौरव की बात है जो विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा ग्राम उत्थान कर रही हैं।
सभी का आभार व्यक्त करते हए पूर्व प्रवक्ता लक्ष्मी झोझूकलां ने कहा कि ब्रह्माकुमारी बहनें अपने त्याग तपस्या और सेवा से गांव का नैतिक, चारित्रिक व आध्यात्मिक उत्थान कर रही हैं जिससे ही भारत सोने की चिडिय़ा पुन: बन सकता है क्योंकि भारत की 70 से भी अधिक आबादी गांवों में बसती है।
ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने सभी गांवों के सरपंचों एवं शिक्षण संस्थानों के प्रधानाचार्य व प्रबुद्ध लोगों जिन्होंने भी प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से इस नशा मुक्त अभियान में सहयोग दिया सभी का आभार व्यक्त किया।इस अवसर पर ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन, ब्रह्माकुमारी ज्योति बहन, ब्रह्माकुमारी नीलम बहन, रितु बहन, रेखा बहन,अनुज बहन, मोनिका व पूनम बहन आदि के साथ अभियान में चलने वाले सभी ब्रह्माकुमार भाई बहनों का सम्मान किया।
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