(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। मासिक धर्म स्वच्छता के लिए बाधाओं को तोडऩे के लिए, समाज में जागरूकता बढ़ाने, पूर्वाग्रहों से लडऩे, और समावेशी जगहें बनाने की ज़रूरत है। यह बात अधिकार मित्र विजेंद्र सिंह ने बिलावल गांव में कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होंने मासिक धर्म स्वच्छता के लिए बाधाएं मासिक धर्म से जुड़ी वर्जनाएं, संकोच और भेदभाव, गलतफ़हमी और खतरनाक जानकारी, सांस्कृतिक मानदंड, शर्मिंदगी और कलंक मासिक धर्म स्वच्छता के लिए समाधान मासिक धर्म से जुड़ी अह्म जानकारी सांझा की।

अधिकार मित्र जितेन्द्र डांडमा ने बताया कि इस प्रकार के विषयों पर खुली चर्चा करनी चाहिए। मासिक धर्म से जुड़े पूर्वाग्रहों और वर्जनाओं को चुनौती देनी चाहिए। समावेशी जगहें बनानी चाहिए जहां सभी का सम्मान और गरिमा के साथ स्वागत किया जाए। मासिक धर्म से जुड़े उत्पादों के बारे में सटीक जानकारी देनी चाहिए। शौचालय का इस्तेमाल करने में बाधाओं को दूर करना चाहिए। मासिक धर्म से जुड़े उत्पादों के लिए टिकाऊ विकल्पों को बढ़ावा देना चाहिए।

सरकारी निकायों को मासिक धर्म स्वच्छता के लिए पहल करनी चाहिए, गैर सरकारी संगठनों और व्यक्तिगत परिवर्तनकर्ताओं को समुदायों में बदलाव लाने में मदद करनी चाहिए। शिविर में राष्ट्रीय लोक अदालत, आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को मुफ्त कानूनी सहायता मिलेगी, निराश्रित बच्चों को पैंशन आदि की भी जानकारी दी। इस मौके पर सरपंच अनिल, सत्येन्द्र, राजकुमार व ग्रामीण और महिलाए मौजूद रही।