Charkhi Dadri News : लाडावास की बेटी अर्पणा गिल यूपीएससी उतीर्ण कर बनी असिस्टेंट कमिश्रर

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Charkhi Dadri News : लाडावास की बेटी अर्पणा गिल यूपीएससी उतीर्ण कर बनी असिस्टेंट कमिश्रर
यूपीएससी की ईपीएफओ परीक्षा में आल इंडिया स्तर की परीक्षा में द्वितीय स्थान प्राप्त कर सहायक आयुक्त के पद पर चयनित अर्पणा गिल्ल बंटी।
  • अर्पणा गिल्ल ने यूपीएससी आल इंडिया स्तर पर पाया दूसरा स्थान, कमिश्रर नियुक्त

Charkhi Dadri News | बाढड़ा, (प्रविन्द्र सांगवान) गांव लाडावास की अर्पणा गिल्ल बंटी ने यूपीएससी की जटिल परीक्षा उतीर्ण कर प्रथम तौर पर ईपीएफओ में सहायक आयुक्त के पद पर चयनित हुई है। उन्होंने आल इंडिया स्तर की परीक्षा में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है और ग्रामीण क्षेत्र के किसान की बेटी की प्रतिभा पर गांव में जश्र का माहौल बना हुआ है और ग्रामीणों ने उनके स्वजनों को बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।

संघ लोकसेवा आयोग द्वारा ईपीएफओ  विभाग की परीक्षा में गांव लाडावास के पूर्व सरपंच हुकमसिंह की पोती व किसान महाबीर सिंह की पुत्री अर्पणा गिल्ल बंटी ने भागीदारी कर सफलता का नया इतिहास रचा है। ग्रामीण क्षेत्र की बेटी ने यूपीएससी जैसी जटिल परीक्षा न केवल उतीर्ण की बल्कि नैशनल लेवल पर दूसरे स्थान से उतीर्ण कर प्रथम तौर पर ईपीएफओ में सहायक आयुक्त के पद पर चयनित हुई है।

ग्रामीण क्षेत्र के किसान की बेटी की प्रतिभा पर गांव में जश्र का माहौल बना हुआ है और कानूनगो सुरेन्द्र गिल्ल, पूर्व सरपंच कर्मबीर गिल्ल, डा. विरेन्द्र सिंह, सरपंच प्रतिनिधि राजेश श्योराण, राजेन्द्र सिंह, सूबेसिंह, एडवोकेट अनुज गिल्ल, मुख्तयार श्योराण, सोमबीर श्योराण, बंशीलाल कालीरामणा, मुकेश गिल्ल समेत सभी
ग्रामीणों व अन्य बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।

आईएएस बनने का सपना पालकर दिन रात पढाई में जुटी

यूपीएससी द्वारा आयोजित ईपीएफओ परीक्षा में हरियाणा के युवा शक्ति का डंका बजा है। सोनीपत के सचिन नेहरा अखिल भारतीय स्तर पर प्रथम व दादरी जिले की अर्पणा गिल बंटी को दूसरा स्थान मिला है। अर्पणा गिल को राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित यूपीएससी ईपीएफओ परीक्षा में द्वितीय रैंक मिलने के कारण उनको ईपीएफओ में अस्सिटेंट कमीशनर पद पर तैनाती मिलेगी। अर्पणा लंबे समय से चंडीगढ में रहकर पढाई कर रही है और इससे पूर्व एक बार आईएएस मुख्य की परीक्षा व दो बार एचसीएस मुख्य की परीक्षा पास कर साक्षात्कार तक पहुंचने में सफल हो चुकी है।

अर्पणा गिल ने अपने चयन को लेकर कहा कि यूपीएससी की परीक्षा के लिए सेल्फ स्टडी ही सबसे बेहतर माध्यम है। उन्होंने अपनी सफलता के पीछे माता-पिता व परिवार के सहयोग को प्रेरणा बताते हुए कहा कि 2022 में पिता की मृत्यु के बाद भी अपने इरादे पर अटल है और इससे आगे भी भी वह कामयाबी के लिए अपनी मेहनत से मुकाम हासिल करने में जुटी है।

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