(Charkhi Dadri News) चरखी दादरी। सैनिक जिस प्रकार देश की सरहदों की रक्षा करते है, उसी प्रकार से पत्रकार देश के अंदर फैली कुरीतियों को मिटाकर राष्ट्र निर्माण में अपना अहम योगदान देते है। इसलिए पत्रकार को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है। लेकिन भाजपा शासनकाल में ऐसे बहुत से मामले सामने आएं, जहां सरकार के जनप्रतिनिधियों के समक्ष ही लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का अपमान किया गया। ऐसा ही एक मामला बीते रोज एक बार फिर से सामने आया, जब जींद में प्रदेश के विकास एवं पंचायत मंत्री के समक्ष पत्रकार के साथ बदसुलूकी की गई।
लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के इस प्रकार का दुव्र्यवहार निदंनीय व चिंतनीय: इंदु परमार
यह बात इंडियन नेशनल लोकदल की महिला प्रदेश सचिव इंदु परमार ने जींद में पत्रकार के साथ हुई बदसुलूकी के मामले पर निंदा व्यक्त करते हुए कही। उन्होंने बताया कि कि जींद के डीआरडीए हॉल में आयोजित जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक में प्रदेश के विकास एवं पंचायत मंत्री महिपाल ढांडा पहुंचे थे।
इस दौरान पत्रकार के साथ बदसुलूकी गई तथा पुलिस द्वारा उन्हे हॉल से बाहर निकालकर उनका सरेआम अपमान किया। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार पूरी तरह से तानाशाही पर उतर आई है, जो कि अपने आगे किसी को कुछ नहीं समझती। जो कि ना केवल निदंनीय, बल्कि चिंतनीय विषय भी है। उन्होंने कहा कि पत्रकारों के साथ इस प्रकार का दुव्र्यहार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा तथा ऐसा व्यवहार करने वाले पुलिस कर्मचारी पर तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए।
इंदु परमार ने कहा कि इनेलो का मूल उद्देश्य हमेशा से आमजन की सेवा व सम्मान रहा तथा इनेलो शासनकाल में कभी किसी नागरिक के साथ दुव्र्यवहार नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा के इसी तानाशाही रवैये से परेशान जनता उन्हे आगामी विधानसभा चुनाव में वोट की चोट से जवाब देगी तथा इनेलो की सरकार बनाएगी तथा इनेलो शासनकाल मेें नागरिकों का सम्मान ही सर्वोपरि होगा।