Charkhi Dadri News : हरियाणा के उद्योगपति वहां से खनिज मिश्रण लाऐंगे तो बदले में उनको चावल, बाजरा, रिफाईंड, सरसों का तेल भेजकर मोटा मुनाफा कमाने में होगा सक्षम

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If the industrialists of Haryana will bring mineral mixture from there, they will be able to earn huge profits by sending rice, millet, refined and mustard oil in return.
विदेशी दौरे के दौरान तंजानिया के अधिकारियों, व्यापारियों से मिलता भारतीय प्रतिनिधि मंडल।

(Charkhi Dadri News ) बाढड़ा। हरियाणा प्रदेश में उत्पादित खाद्धय पदार्थो को विदेशों में भेजकर किसानों की आमदनी में वृद्धि करने व वहां पर हरियाणा के उद्योगपतियों के संयत्र स्थापित कर खनिज को साफ कर भारत सति विश्व को आपूर्ति करने के क्षेत्र में प्रदेश सरकार के हेफेड द्वारा भेजा गया प्रतिनिधि मंडल भारत लौट आया है और उसमें पंचायत विभाग से एकमात्र शामिल किए जिला परिषद चेयरमैन मंदीप डालावास ने सात दिवसीय दौरे की जानकारी सांझा करते हुए दावा किया कि इस यात्रा से कृषि व व्यापारी वर्ग के क्षेत्र में बड़ा लाभ मिलेगा।

चरखी दादरी जिला परिषद चेयरमैन मंदीप डालावास ने बताया कि पहली बार किसी सरकार ने किसानों व उद्योगपतियों के लिए अपनी सरकार के साथ साथ विदेशों में भी काम ध्ंाधे बढाने का विकल्प दिया है जो बहुत जरुरी कदम है और प्रदेश के भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित होगा।

विदेश सहयोग विभाग के सलाहकार पवन चौधरी और हैफेड के चेयरमैन कैलाश भगत के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने विदेश सहयोग विभाग और हैफेड के संयुक्त तत्वावधान में राज्य का करीब 40 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल तंजानिया और रवांडा के दौरे पर भेजा गया था जो सफल एवं लाभकारी यात्रा कर वापस लौटा है। इस प्रतिनिधिमंडल में हरियाणा में काम करने वाली दो दर्जन से अधिक कंपनियों के उद्योगपति, व्यापारी और प्रमुख संचालक शामिल हैं।

यह उद्योगपति तंजानिया में निवेश की संभावनाएं तलाश करने गए हैं। वहां पर कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, खनन के साथ निर्माण और पर्यावरण संतुलन के क्षेत्र में काम करने की बेहद संभावनाएं हैं। साथ ही राज्य तंजानिया और रवांडा को बासमती चावल, रिफाइंड सूरजमुखी का तेल, बाजरा और सरसों का तेल निर्यात कर सकता है। इस क्षेत्र से बाजरे के उत्पादन व खनन का विदेश में संचालन जैसी रिपोर्ट व जायजा लेने का दायित्व उनके पास था। दौरे में हरियाणा के उद्योगपतियों, व्यापारियों तथा अधिकारियों का यह प्रतिनिधिमंडल पूर्वी अफ्रीका देशों के दौरे पर गया है।

उन्होंने बताया कि वहां की दैनिक शैली में हमारे क्षेत्र में उत्पादित कई फसलों के उत्पादन वहां अच्छे भाव में भेजे जा सकते हैं जो हमें आर्थिक क्षेत्र में मजबूती प्रदान करेंगे। अफ्रीकी देशों को बासमती चावल, रिफाइंड सूरजमुखी तेल, कोल्ड प्रेस्ड सरसों तेल और बाजरा आधारित उत्पाद खूब पसंद आए हैं। हैफेड के चेयरमैन कैलाश भगत, प्रबंध निदेशक जे गणेशन और मुख्य महाप्रबंधक रजनीश शर्मा के साथ विदेश सहयोग विभाग के सलाहकार पवन चौधरी नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने तंजानिया व रकंडा में इन सभी मुद्दों पर विस्तार से बातचीत की। किगाली में सशस्त्र बल दुकानों के महानिदेशक और उनके वरिष्ठ अधिकारियों की टीम के साथ व्यापारिक गठजोड़ और विभिन्न कृषि वस्तुओं के निर्यात के लिए बैठक की गई।

तंजानिया में प्रचुर राज्य के उद्योगपतियों, व्यापारियों व अधिकारियों का 40 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल तंजानिया के दौरे पर प्राकृतिक संसाधन उपलब्ध हैं और इसने अपनी समृद्ध जैव विविधता की रक्षा को प्राथमिकता देते हुए अपने 32 प्रतिशत से अधिक भूमि क्षेत्र को संरक्षण में रखा है। हालांकि, तंजानिया दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक बना हुआ है, जहां अधिकतर गरीब ग्रामीण क्षेत्रों में रहते हैं। तंजानिया में वर्षा आधारित कृषि पर बहुत अधिक निर्भरता है।

तंजानिया के 70 प्रतिशत से अधिक आबादी अपनी आजीविका के लिए कृषि या प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भर हैं। कृषि पर निर्भरता के कारण तंजानिया के लोग जलवायु परिवर्तन के कारण होने वाले आर्थिक झटकों के प्रति विशेष रूप से संवेदनशील रहते हैं। इसलिए वहां के लोगों को ऐसे निवेशकों को जरूरत है, जो उन्हें राहत प्रदान कर सकें। तंजानिया को अफ्रीकी देशों में सबसे सुरक्षित और राजनीतिक रूप से स्थिर देश माना जाता है।