(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। खरीफ सीजन में पहले सूखे के हालात व फिर बेमौसमी वर्षा से किसानों की ग्वार, बाजरा व कपास की फसलों के उत्पादन में पच्चास से साठ फिसदी गिरावट आने से किसानों की कमर टूट गई है। सरकार को तत्काल प्रभाव से किसानों के नुकसान की क्षतिपूर्ति करने के लिए मुआवजे का एलान करना चाहिए।
यह बात कांग्रेसी नेता व पूर्व विधायक सोमवीर सिंह ने गांव कान्हड़ा, धनासरी, मेहड़ा, बाढड़ा में किसानों व कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि कपास पर खाद बीज से लेकर अन्य प्रयोग की वस्तुओं पर बहुत लागत आती है इसीलिए सरकार को खरीफ सीजन में उत्पादित कमी को देखते हुए प्रभावित रकबे की विशेष रिपोर्ट बनाकर उचित मुआवजे की घोषणा कर जल्दी से जल्दी आवंटन करना चाहिए। दादरी, भिवानी सहित समस्त प्रदेश में डीएपी संकट ने कृषक वर्ग का जीना मुहाल कर दिया है। सरसों की बिजाई अधर में लटकी हुई है वहीं गेहूं की बिजाई का समय भी आ गया है जिससे किसानों को रबी सीजन की फसलों की चिंता सताने लगी है।
सरकार दावे तो बड़े-बड़े कर रही है लेकिन आज किसान नौजवान सबसे हताशा के दौर में हैं
प्रदेश सरकार एक माह से लगातार डीएपी लाने का दावा कर रही है जबकी धरातल पर पांच कदम भी नहीं चल पाई है जो कृषि क्षेत्र के लिए बहुत ही चिंताजनक विषय है। सरकार दावे तो बड़े-बड़े कर रही है लेकिन आज किसान नौजवान सबसे हताशा के दौर में हैं। 24 हजार युवाओं को रोजगार देने वाली सरकार यह बात छुपा रही है कि उनमें से दस हजार तो पहले ही डी ग्रूप में चयनित होकर सेवा में जुटे थे। भाजपा सरकार केवल मार्केटिंग कर जनता में भ्रम पैदा कर रही है वहीं धरातल पर महंगाई चरम पर है।
महंगाई के बढते प्रभाव के कारण गरीब आदमी आज प्याज टमाटर खरीदना मुश्किल हो गया है वहीं अवैध कालाबाजारी करने वाले उत्पादक किसानों के हितों से भी कुठाराघात कर रहे हैं। सरकार जनहित के लिए कोई फैसला लेने की बजाए अधिकारियों, कर्मचारियों को तबादले की धमकी देकर उनको भी कोई काम करने से एक तरह से रोक रही है जिससे प्रदेश भर में जनता किसके पास गुहार लगाए इस पर संशय बना हुआ है। कांग्रेस धरातल पर उतरकर जनता के हितों की रक्षा करने में अपनी जिम्मेवारी पीछे नहीं हटेगी। उनके अलावा कांग्रेसी नेता सरपंच सुरेश धनासरी, सरपंच बिजेन्द्र बाढड़ा, संदीप ढाणी सुरजा, ठेकेदार पवन खेड़ी सनवाल, जितेन्द्र दहिया, सुनील धनासरी, मा. सुखबीर सिंह, सूबेदार रिसाल सिंह, पवन कुमार इत्यादि मौजूद रहे।