(Charkhi Dadri News) चरखी दादरी। स्थानीय जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में हरियाणा एजुकेशकन मिनिस्ट्रीयल स्टाफ की जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। इसकी अध्यक्षता वरिष्ठ उपप्रधान यशपाल सांगवान ने की। संचालन प्रदेश उप महासचिव विजय लांबा ने करवाया। बतौर मुख्य वक्ता राज्य अध्यक्ष संदीप सांगवान ने शिरकत की।बैठक में सभी विभागों, बोर्डों निगमों, नगर निगमों, विश्वविद्यालयों में कार्यरत मिनिस्ट्रीयल स्टाफ की सांझी मांगों को लेकर हेमसा संबंधित एस के एस हरियाणा के वक्ताओं ने विचार रखे। कर्मी नेताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार ने कर्मियों के साथ विश्वासघात किया है।
संदीप सांगवान ने कहा कि अब हेमसा कर्मी लामबंद होकर विधानसभा चुनावों में वोट की चोट कर भाजपा को सत्ता से बेदखल करने को कमर कस चुके है। मानवविहीन कार्यालय स्थापित कर मिनिस्ट्रीय स्टाफ के पदों को समाप्त किया जा रहा है। भाजपा का चुनावी घोषणापत्र वेतन विसंगती, जी माधवन कमेटी की रिपोर्ट तथा 25 अगसत 2014 के मंत्री मंडल के फैसले के दस साल बीत जाने के बाद भी प्रदेश सरकार ने लागू नहीं किया है। लेकिन इस दौरान विधायक मंत्रियों के वेतन व भत्तो में भारी भरकम बढौत्तरी की गई है।
विजय लांबा ने कहा कि एसकेएस के आहवान पर वेतन बढौततरी सहित सांझी मांगों को लेकर हेमसा सितंबर माह में सभी राजनैतिक पार्टी अध्यक्षों, सभी 90 हलकों के प्रत्याशियों को अपनी मांगों का ज्ञापन देते हुए जवाब मांगेगे। इस चरणबंद आंदोलन को लेकर ब्लाक व जिला स्तर पर कनवेंशन की जा रही है। भाजपा सरकार पूंजिपतियों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकारी महकमों में बडी तेजी से आउट सोर्सिंग, ठेका प्रथा, निजीकरण की नीतयों को बढावा दे रही है। सरकरा की नीतियों से खफा प्रदेश का हेमसा कर्मचारी जिसमें लिपिक वर्गीय व अन्य सभी साथी शामिल है एकजुटता प्रकट करते हुए जनता का सहयोग लेकर इन नीतियों का पर्दाफाश करेंगे।
प्रदेश उपमहासचिव विजय लांबा ने कहा कि लिपिक के वेतनमान बढौत्तरी को लेकर हरियाणा की अब तक की लगभगत सभी सरकारों ने लिपिक वर्गीय कर्मियों के साथ अन्य समकक्ष श्रेणी के कर्मचारियों की तुलना में शोषणकारी नीतियां अपनाई है। 1 जनवरी 2016 के सांतवे वेतन आयोग में लिपिक का बेसिक पे 35400 देय बनता था जबकि 19900 ही बनाया गया है। जो चतुर्थ श्रेणी कर्मी से मात्र 700 रूपए ही अधिक है। विभाग के अनुसार लिपिक का प्रमोशन एसीपी सहायक का किया जाए जो कि वर्तमान वक्त में उचित है।
इसके साथ ही लिपिक का वेतनामान 35400, पुरानी पेंशन बहाली, नियमितीकरण नीति लगू करना, खाली पदो पर भर्तियों व पदोन्नतियां, दूर दराज तबादले हुए लिपिकों का स्थानांतरण, एसीपी मामलों का निपटारा आदि मांग उठाई गई।इस मौके पर अधीक्षक राजीव भारद्वाज, उप अधीक्षक विजय शर्मा, सहायक संतोष, सतपाल, धर्मबीर, सुमेर, गायत्री, नीतू, अतुल डागर, सुरेंद्र, अजीत, इंद्रजीत, महेंद्र, अशोक, अतुल चाहार, धर्मेंद्र, सुरेश घसौला आदि थे।