(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। शुक्रवार रात्रि को जिले के दर्जन भर से अधिक गांवों में बरसात के साथ हुई ओलावृष्टि ने किसानों की सरसों, गेहूं व सब्जियों की फसलों को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया है और अगेती सरसों तो सौ फिसदी व गेहूं की फसलें सत्तर फिसदी बर्बाद कर दी है। प्रदेश सरकार को प्रभावित रकबे की तत्काल प्रभाव से स्पेशल गिरदावरी करवा कर पीडि़त किसानों के कम से कम 50 हजार के मुआवजे के रुप में नुकसान की भरपाई करवानी चाहिए।
इस क्षेत्र का किसान पहले ही बिजाई के समय डीएपी व अब यूरिया खाद के लिए दर दर भटक रहा है वहीं सरकार कुंभकर्णी नींद सो रही है
यह बात कांग्रेसी नेता व पूर्व विधायक सोमवीर सिंह व भाकियू अध्यक्ष हरपाल सिंह भांडवा ने लाड, भांडवा, ढाणी सुरजा, हंसावास खुर्द हंसावास कलां, नांधा में बेमौमसी बरसात व ओलावृष्टि से खराबे की भेंट चढी फसलों के नुकसान ग्रस्त क्षेत्र का मौका मुआयना करते हुए कही। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में सरसों की पकी हुई फसलें सौ फिसदी खराबें की भेंट चढ गई वहीं गेहूं, सब्जियों में भी ज्यादा नुकसान है जो किसानों के लिए भरपाई करना मुश्किल है। इस क्षेत्र का किसान पहले ही बिजाई के समय डीएपी व अब यूरिया खाद के लिए दर दर भटक रहा है वहीं सरकार कुंभकर्णी नींद सो रही है।
देश में आज औद्योगिक कंपनियों को हर क्षेत्र में प्राथमिकता व किसान व कृषि को केवल पेट भरने के लिए ही कुछ योजनाओं तक सीमित रखा गया है जो न्यायसंगत नहीं है। किसानों के हितों के लिए राष्ट्रीय नेता डल्लेवाल भुखहड़ताल कर आमरण अनशन पर जीवन की अंतिम दौर में है लेकिन केन्द्र सरकार उनकी आवज को सुनने को तैयार नहीं है जो न्यायसंगत नहीं है।
मौजूदा समय में बढती महंगाई, महंगे खाद बीज व कृषि उपकरण के भाव आसमान से किसानों के लिए यह कार्य पहले ही घाटे का सौदा बन गया है वहीं अब ओलावृष्टि ने उनकी फसलों के छोटे छोटे पौद्यों को पूरी तरह तहस नहस कर दिया है। सरकार को किसी तरह की हठधर्मिता अपनाने की बजाए तत्काल प्रभाव से ओलावृष्टि प्रभावित क्षेत्र का मौका मुआयना कर उनके लिए विशेष पैकेज की घोषणा कर किसानों की अन्य मांगों को तुरंत पूरा करवाना चाहिए। उनके साथ भाकियू अध्यक्ष हरपाल सिंह भांडवा, महासचिव ओमप्रकाश उमरवास, पूर्व सरपंच गिरधारी मोद, रणधीर हुई, सरपंच सुरेश धनासरी, संदीप ढाणी सुरजा इत्यादि मौजूद रहे।