(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। प्रदेश में जिन लोकलुभावने वायदे कर सत्ता में तीसरी बार आई भाजपा सरकार लगभग चार माह गुजरने के बाद भी जिले में विकास के नाम पर एक भी नया पैसा जारी करवाने में विफल साबित हो रही है। सीएम नायबसिंह सैना का तीसरे चरण में एक बार भी जिले की सुध न लेने से किसानों व आमजन अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं। शहरों में मतदाताओं को बरगलाने के लिए बड़े बड़े वायदा करने वाले नेताओं ने चार माह पहले ग्रामीण क्षेत्र में भी अनेक सपने दिखाए जो आज पूरी तरह टूट चुके हैं।
भाजपा सरकार खुद की पीठ थपथपाकर जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रही है
यह बात वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व पूर्व विधायक सोमवीर सिंह ने क्षेत्र के गांव नांधा, बाढड़ा, नौरंगाबास के दौरे के दौरान कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक अव्यवस्था के कारण समय से पहले ही गर्मी का आगमन हो गया है जिससे रबी सीजन की फसलों को उम्मीद से अधिक सिंचाई करने की सख्त जरुरत है परंतु सरकार कृषि क्षेत्र की सुध लेने की बजाए कुंभकर्णी नींद सो रही है। अन्नदाता की फसलों को बचाने के लिए सरकार को कृषि क्षेत्र की बिजली आपूर्ति में वृद्धि कर सिंचाई व्यवस्था को मजबूत बनाना चाहिए। किसान खाद बीज, बकाया मुआवजा व बिजली आपूर्ति के लिए दर दर भटक रहे हैं वहीं भाजपा सरकार खुद की पीठ थपथपाकर जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रही है।
भाजपा को गांव के गरीब किसान मजदूर की बजाए पूजीपंतियों के भविष्य की ’यादा चिंता है
प्रदेश की भर्ती प्रक्रिया केवल दिखावा रह गई अलग अलग नियमों से योग्य युवा को जानबूझ कर उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार केवल दिखावे के नाम पर आत्मनिर्भर राष्ट्र का राग अलाप रही है जबकी धरातल पर आज किसान, नौजवान भुखा प्यासा सडक़ों पर उतरकर आंदोलन करने को मजबूर है। भाजपा को गांव के गरीब किसान मजदूर की बजाए पूजीपंतियों के भविष्य की ’यादा चिंता है।
जब दो साल पहले किसानों को लंबा आंदोलन चलाना पड़ा तो पीएम नरेन्द्र मोदी ने स्वयं किसानों को आंदोलन खत्म कर केन्द्र सरकार की अगुवाई में कमेटी गठित कर फसलों की खरीद पर एमएसपी गारंटी कानून लागू करने व लागत के आधार पर दरें निर्धारित करने का वायदा किया था लेकिन सरकार तीसरी बार सत्ता में आते ही घमंड में आ गई है और किसान, बेरोजगारों पर तरह तरह के गलत फैसलें थोप रही है। उनके अलावा कांग्रेसी नेता सरपंच सुरेश धनासरी, छात्रनेता विजय मोटू, पूर्व सरपंच वेदप्रकाश काकड़ौली, आनंद वालिया, पूर्व बीईओ करणसिंह श्योराण, विजय हंसावास, मनोज जेवली, संदीप ढाणी सुरजा,संदीप गोपी इत्यादि मौजूद रहे।
Charkhi Dadri News : किसान नेता अमरसिंह बाढड़ा के निधन पर शोक जताने वालों का तांता लगा