Charkhi Dadri News : आध्यात्मिक परंपराओं के साथ मनाया जाएगा गीता महोत्सव

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Geeta Mahotsav will be celebrated with spiritual traditions
वीसी के माध्यम से मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर से बातचीत करते उपायुक्त मुनीष शर्मा।
  • तीन दिनों तक गीतापूरम के तौर पर सजेगा मॉडल संस्कृति स्कूल

(Charkhi Dadri News) चरखी दादरी। जिला में मनाया जाने वाला अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव अनोखा होने वाला है। मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव राजेश खुल्लर के निर्देशों पर जिला प्रशासन ने आध्यात्मिक परंपरा के अनुरूप आयोजन करने का निर्णय लिया है। आगामी 9 से 11 दिसंबर तक महोत्सव का आयोजन झाडू सिंह चौक के पास मॉडल संस्कृति राजकीय वरिष्ठ माध्यमिमक विद्यालय के परिसर में किया जाएगा।

उपायुक्त ने कहा कि गीता महोत्सव को लेकर जिला के विभिन्न विभागों को जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी

वीसी के बाद सोमवार को उपायुक्त मुनीष शर्मा ने कहा कि महोत्सव का आयोजन सभी संगठनों के सहयोग से किया जाएगा और कोई भी संगठन या नागरिक इसमें भाग ले सकता है। इसके लिए कोई भी संस्था या नागरिक 05 दिसंबर तक डीआईपीआरओ कार्यालय में जानकारी दे सकता है। उपायुक्त ने कहा कि गीता महोत्सव को लेकर जिला के विभिन्न विभागों को जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी। सभी विभाग सुनिश्चित कर लें कि महोत्सव के आयोजन से संबंधित सभी तैयारियां समय पर पूरी कर ली जाएं।

समारोह के दौरान 10 दिसंबर को सेमीनार का आयोजन किया जाएगा

उपायुक्त ने कहा कि महोत्सव 09 दिसंबर को हवन यज्ञ के साथ शुरू होगा और इसी समय से प्रदर्शनी भी शुरू हो जाएगी और 11 दिसंबर को सायं 5 बजे तक चलेगी। शुभारंभ अवसर पर 09 दिसंबर को सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा और साथ ही आयोजन के तीनों दिन सायं के समय भी सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करवाने का निर्णय लिया गया है।समापन वाले दिन 11 दिसंबर को दोपहर 12 बजे गीता श£ोकोच्चारण होगा और दोपहर दो बजे से नगर शोभा यात्रा निकाली जाएगा। इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम एवं पुरस्कार वितरण के साथ महोत्सव का समापन हो जाएगा। समारोह के दौरान 10 दिसंबर को सेमीनार का आयोजन किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि गीता महोत्सव में धर्म-अधर्म, नारी सम्मान, इच्छाओं एवं कामनाओं पर नियंत्रण, कर्म की महत्वता, गुस्से पर काबू, देखने का नजरिया, मन पर नियंत्रण, स्वयं का आंकलन, अनुशासन, स्वयं का निर्माण, हर काम का फल मिलता है, व्यर्थ कुछ नहीं जाता, अभ्यास का महत्व, विश्वास के साथ विचार, पूर्णता से कार्य करना-काम में ढूंढे खुशी, अत्याधिक मोह पतन का कारण आदि शिक्षाओं का मिश्रण होगा, जिन पर रागनी, समूह गान, राधा कृष्ण नृत्य, कृष्ण वंदना, समूह नृत्य, एकल अभिनय, एकल नृत्य, श्लोकाचारण, भजन, गीता सार नृत्य नाटिका, लघु नाटिका, गीता संवाद आदि के माध्यम से प्रकाश डाला जाएगा और जीवन जीने की सीख देते हुए मार्गदर्शन किया जाएगा।

उपायुक्त ने कहा कि गीता महोत्सव में कोई भी धार्मिक, सामाजिक व शिक्षण संस्था भाग ले सकती है और महोत्सव के दौरान गरीमा के साथ गतिविधी को आयोजित किया जा सकता है। इसके लिए संबंधित संस्था एवं नागरिक को 05 दिसंबर तक लघु सचिवालय के पुराने भवन की पहली मंजिल पर कमरा नंबर 101 स्थित डीआईपीआरओ कार्यालय में सूचना देनी जरूरी होगी।

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