(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व विधायक सुखविंद्र श्योराण मांढी ने आज दिल्ली में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान व पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की अध्यक्षता में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। दिल्ली स्थित पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के आवास पर आयोजित कार्यक्रम में भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व विधायक सुखविंद्र श्योराण मांढी ने अपने हजारों समर्थकों के साथ कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करते हुए पार्टी की नीतियों में विश्वास जताया। पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने पूर्व विधायक सुखविंद्र श्योराण मांढी को संगठन में पूरा मान सम्मान देने व भाजपा को सत्ता से बेदखल करने में उनके सहयोग के लिए उनका स्वागत करते हुए इसे पार्टी के लिए ऐतिहासिक फैसला बताया।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान व सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी सदैव छतीस बिरादरी के हितों के कल्याण के लिए वचनबद्ध रहती है और मांढी परिवार ने 1952 से लेकर आज तक ईमानदारी राजनीति को बढावा दिया है। इनके परिवार का उनकी पार्टी से सदैव वफादारी से मित्रता रही है और आज कांग्रेस पार्टी को दक्षिणी हरियाणा में बड़ी राजनैतिक मजबूती मिली है। कार्यक्रम में शामिल सभी कार्यकर्ताओं को पटका पहनाकर संगठन में पूरा मान सम्मान देने का भरोसा दिया। उनके अलावा नृपेन्द्र सिंह मांढी, पूर्व चेयरमैन छेलूराम भोपाली, पूर्व चेयरमैन भल्लेराम बाढड़ा, विधानंद हंसावास, मंगल गोपी, आनंद ठेकेदार झोझू, रामफल कादमा, व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष संदीप सिंटी, जयबीर काकड़ौली, सरपंच लीला कान्हड़ा, चतरसैन मांढी, अशोक दगड़ौली, पहलवान मंजीत बाढड़ा, अजीत लाड, धोलिया मांढी इत्यादि मौजूद रहे।
क्षेत्र में गहरी पैठ रखता मांढी परिवार
भाजपा की टिकट पर वर्ष 2014 में अपने जीवन के पहले चुनाव में ही पूर्व सीएम स्व. बंसीलाल के बड़े पुत्र रणबीर सिंह महेन्द्रा व इनेलो के तात्कालीन विधायक कर्नल रघबीर सिंह छिल्लर को हराकर प्रदेश की विधानसभा में सबसे छोटी आयु के प्रतिनिधि के तौर पर जीत हासिल करने वाले सुखविंद्र मांढी को वर्ष 2019 में दूसरे चरण में जीत नसीब नहीं हुई लेकिन भाजपा सरकार व संगठन में उनका पूरा हस्तक्षेप देखने को मिला। भाजपा ने उनको किसान मोर्चा प्रदेशाध्यक्ष की बड़ी जिम्मेवारी भी दी लेकिन पिछले सप्ताह जारी हुई विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा टिकटार्थियों की सूचि में उनकी जगह उमेद पातुवास को मैदान में आने के बाद उनका धेर्य जवाब दे गया और उन्होंने आनन फानन में अपने पद व भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देकर दिल्ली में डेरा डाल लिया है।
इसके अगले ही दिन उनके समर्थकों ने रोषस्वरुप उनके समर्थकों द्वारा भाजपा के पूतला फूंकने के बाद के बाद अब चुनावी माहौल में नया कदम उठाने का संकेत दे दिया है। पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी ने आज 10 सितंबर को अपने फार्महाऊस पर विधानसभा क्षेत्र के समर्थकों की बैठक में रिकार्उ ग्रामीण जुटाकर नए कदम के बारे में कार्यकर्ताओं से सलाह मशवरा की जिससे भाजपा की नींद उड़ गई है। इसके बाद आज उन्होंने दिल्ली पहुंच कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी का परिवार 1952 से लगातार इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करता रहा है। इनके दादा तीन बार विधायक रहने के अलावा उनके चाचा नृपेन्द्र सिंह मांढी अब तक के रिकार्ड मतों से जीत अपने नाम से कर चुके हैं वहीं और इनका मजबूत वोटबैंक माना जाता है लेकिन मौजूदा चुनावी दौर में भाजपा ने पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी व कांग्रेस द्वारा इस घर की उपेक्षा कर एक भी चेहरे को टिकट न देने से कार्यकर्ताओं में निराशा का माहौल है।
जगवंत गुडाना ने कांग्रेस का दामन थामा
पिछले 40 वर्षो से सामाजिक कार्यो में अग्रणी जगवंत गुडाना ने आज कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष उदयभान व पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की अध्यक्षता में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। उन्होंने कहा कि भाजपा की पूंजीपति नीतियों से जनता में रोष बना हुआ है और जनता अब कांग्रेस में ही अपना भविष्य नजर आ रहा है। पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने समाजसेवी जगवंत गड़ाना को कांग्रेस में पूरा मान सम्मान देने व भाजपा को सत्ता से बेदखल करने में उनके सहयोग के लिए उनका स्वागत करते हुए इसे पार्टी के लिए ऐतिहासिक फैसला बताया।