Charkhi Dadri News : पूर्व प्रेरकों ने समायोजन हेतु बनाई रणनीति

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Former inductees made strategy for adjustment
साक्षर भारत मिशन के तहत नियुक्त प्रेरक आगामी रणनीति तैयार करते हुए।

(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। साक्षर भारत मिशन के तहत नियुक्त पूर्व प्रेरकों ने भिवानी, चरखी दादरी व नारनौल में जिला स्तरीय बैठकें आयेाजित कर प्रेरकों को दोबारा नियुक्ति दिलवाने के लिए रणनीति तैयार की तथा अगस्त के पहले सप्ताह में करनाल में राज्य स्तरीय रैली आयोजित करने का फैसला लिया।

तोशाम खंड से योगेश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में प्रदेश अध्यक्ष विनोद मांढी ने कहा कि हरियाणा सरकार में साक्षर भारत मिशन में 5163 प्रेरक कार्यरत थे, जिनको प्रौढ़ शिक्षा हेतु नियुक्त अगस्त 2012 में किया गया था। सभी प्रेरक साथियों ने तत्परता से अपना कार्य किया। सरकार ने बार- बार इनके कार्य की प्रशंसा करते हुए प्रसति पत्र भी दिए।

समय के चलते शिक्षा प्रेरकों से शिक्षा के अलावा, जनधन खाता योजना, स्वच्छ भारत मिशन, मतदाता पहचान पत्र, पर्यावरण संरक्षण हेतु कार्य लिया गया, सभी प्रेरकों ने बाकी सभी योजनाओं में वॉलियंटर के रूप में कार्य भी किया, जिसकी वजह से हरियाणा सरकार को राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान मिला।

हरियाणा सरकार ने पूर्व में कार्यरत कर्मचारियों को हरियाणा कौशल रोजगार में अनुभव आधार पर रोजगार दिया गया जो प्रशंसा का पात्र है, परन्तु दुर्भाग्य से प्रेरकों के पास 5 वर्ष का अनुभव होने के बावजूद इस योजना में शामिल नहीं किया गया। शिक्षा प्रेरकों की मांग है कि पूर्व प्रेरकों को प्राथमिकता से योग्यता अनुसार रोजगार दिया जाए, जिससे पांच हजार परिवारों के घर उजियाला हो सके।

प्रदेश अध्यक्ष विनोद मांढ़ी ने सरकार से आग्रह करते हुए कहा है कि जल्द से जल्द सरकार सभी प्रेरकों को योग्यता अनुसार रोजगार देने का काम करें अन्यथा अगस्त के पहले सप्ताह में करनाल में राज्य स्तरीय आंदोलन किया जाएगा और आने वाले विधानसभा चुनावों में विरोधी की भूमिका निभाने का कार्य करेंगे। जिला चरखी दादरी प्रधान सुरेश शर्मा हड़ौदा व बिजेन्द्र रतेरा ने भी अपने विचार रखते हुए कहा कि सरकार ने नाम मात्र मानदेय पर प्रेरकों से पांच वर्ष कार्य लिया।

पूर्व प्रेरकों को लगता था कि सरकार उन्हें आने वाले समय में उनके लिए अच्छा करेगी, परन्तु सरकार ने बार- बार प्रशंसा जरूर की लेकिन रोजगार देने के नाम पर अपने कदम पीछे खींच लेती है । जब मात्र दस- दस दिन का अनुभव भी सरकार ने मानते हुए कौशल रोजगार निगम में शामिल किया है तो प्रेरकों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है।

सरकार से मांग करते हुए कहा कि सभी प्रेरकों को वापिस रोजगार देकर उन्हें सम्मानित करने का काम करें। इस अवसर पर रणधीर, सुरेश, नरेश, दिनेश, आजाद सिंह, सुनिल, रामबीर, सोमबीर, सतीश शर्मा, अर्चना, इन्द्रो देवी आदि मौजूद रहे।