Charkhi Dadri News: बाढड़ा। महिला महाविद्यालय झोझू कलां में आई.क्यू.ए.सी. सेल द्वारा चलाई जा रही पांच दिवसीय फैक्लटी डिवलेपमेन्ट प्रोग्राम का आज समापन किया गया। एफ.डी.पी. के पहले सत्र में डा. प्रदीप सीलवाल, एम.एन.एस. राजकीय महाविद्यालय, भिवानी मुख्य वक्ता रहे। डा. प्रदीप ने हमारी दरोजाना की जिन्दगी में इस्तेमाल होने वाले टैक्नीकल शब्दों के बारे मे गहनता से बताया। उन्होंने आई.टी. क्षेत्र की मूलभूत शब्दावली के बारे में बताया जैसे सरवर, डाटा, नेटवर्क, इंफार्मेशन,नेटवर्क डिवाइस,आर्टीफीसीयल इन्टेलिजेन्स इत्यादी।
इसके अतिरिक्त वक्ता ने बताया कि आपको कोई भी एप्लिकेशन डाउनलोड करते समय किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। दूसरे सत्र में डा. वतन सहरावतए सहायक प्राध्यापकए राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज जैनाबाद, रेवाड़ी, मुख्य वक्ता रहे। उनका विषय इंटरनेट ऑफ थिंग्स रहा। उन्होंने बताया कि आई.ओ.टी. का इस्तेमाल सेंसर, सॉफ्टवेयर और टेक्नोलॉजी की मदद से डाटा को एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस में ट्रांसफर करने के लिए किया जाता है। इंटरनेट ऑफ थिंग्स के द्वारा हम डिवाइस को इंटरनेट की सहायता से एक्सेस कर सकते हैं और उन्हें कंट्रोल कर सकते है। कार्यशाला के अंत में प्रबन्धक समिति के प्रधान श्री धर्मवीर सिंह सांगवान ने सभी प्राध्यापिकाओं को प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया।
प्राचार्या डा. मन्जू सांगवान ने स्मृतिचिह्न देकर मुख्य वक्ताओं को सम्मानित किया व उनका महाविद्यालय पहुँचने पर धन्यवाद किया। संयोजिका डा. शर्मिला कुमारी ने पाँच दिन की रिपोर्ट प्रस्तुत की। डा. पूनम व डा. रीना देवी ने सभी प्रध्यापिकाओं का धन्यवाद किया व कहा कि जो हमने पाँच दिन में सीखा है उसे अपनी अध्यापन शैली में अपनाकर बच्चों को इसके बारे और अधिक जानकारी प्रदान कर सकते हैं। इस अवसर पर सभी प्राध्यापिकाएं उपस्थित रही।