(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। प्रदेश के सीएम नायबसिंह सैनी ने जब से कार्यभार संभाला हैं जनता की एक एक मांग को पूरा करने में कोई कमी नहीं छोड़ी है। पिछले दो मंत्रीमंडल की बैठकों में ही प्रदेश की जनता को पांच हजार करोड़ की रियायतें देकर एक इतिहास रचने का काम किया है। वह विपक्षी को एक नसीहत देते हैं कि वह हर मुद्दे पर राजनीति नहीं करे बल्कि सरकार के कामकाज की सराहना भी करे क्योंकी हमने भी यह तय कर लिया है कि विपक्ष द्वारा उठाए गए हर एक मुद्दे को गंभरता से लेकर जनता को हर तरह की सुविधा दी जाएगी।
यह बात प्रदेश के वित्तमंत्री जयप्रकाश दलाल ने गांव काकड़ौली व कारी आदू में भाजपा उपाध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा कारी के आवास पर कार्यकर्ताओं के समक्ष कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता में रहते हुए केवल एक बार बकाया बिजली बिल माफ किए लेकिन हमारी सरकार उससे अधिक राशी तो किसानों को केवल खरीफ सीजन के खाद बीज के लिए जारी करने जा रही है। देश व प्रदेश में कांग्रेस सरकार होते हुए हमारे किसानों को अपने मुआवजे, वृद्धावरुथा पेंशन, सडक़ मार्ग ठीक करवाने व कालेज निर्माण तक के लिए सडक़ों पर उतरकर रोष जताना पड़ता था।
कांग्रेस व पिछली सरकारों में नौकरी से लकर विकास की धनराशि के लिए नेताओं केा मालाएं डालकर व दो तीन जिलों की परिक्रमा करनी मजबूरी थी लेकिन भाजपा सरकार ने दस वर्ष के शासनकाल में सिफारिश सिस्टम को बंद कर योग्यता व मेरिट के आधार पर युवाओं को नौकरी दी है जिससे आज गरीब किसान के बेटे बेटियां एसडीएम, डीएसपी, वेटनरी सर्जन, प्रोफेसर, तहसीलदार बन रहे हैं। भाजपा सरकार ने सबसे अधिक मुआवजा, हजारों करोड़ की धनराशि से सुक्ष्म सिंचाई सुविधा से लेकर नहरी पानी में वृद्धि के लिए नहरों को अपग्रेड करवाने का काम किया है जो इस किसान बाहुल्य क्षेत्र के भविष्य में मील का पत्थर साबित होगी।
उन्होंने दावा किया कि भाजपा कार्यकर्ता पूरी मजबूती से मैदान में जुट जाएग क्योंकी विधानसभा चुनाव में तीसरी बासर भाजपा सरकार बनाने के लिए गांव का मतदाता पूरी तरह भाजपा के साथ खड़ा है। उनके अलावा जिला परिषद चेयरमैन मंदीप डालावास, भाजपा के वरिष्ठ नेता उमेद पातुवास, जिलाध्यक्ष किरण कलकल, दी केन्द्रिय सहकारी बैंक चेयरमैन सुधीर चांदवास, जिला कष्ट निवारण समिति सदस्य जयबीर काकड़ौली, राजबाला श्योराण, भाजपा जिला उपाध्यक्ष राजेन्द्र शर्मा कारी, सुधीर शर्मा, नवीन काकड़ौली इत्यादि मौजूद रहे।