Charkhi Dadri News : किसानों ने खेतों में बिछाई जा रही भूमिगत गैस पाईप लाईन में कम मुआवजला देने पर बिफरे किसान संगठन

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Farmers organization upset over less compensation given to them for the underground gas pipeline being laid in the fields.
किसान भवन में आयोजित बैठक में मौजूद किसान संगठनों के पदाधिकारी।
  • भूमिगत पाईपलाईन के विरोध में जींद में जल्द करेंगे बड़ी महापंचायत

(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। प्रदेश के किसानों ने उनके खेतों से गुजारी जा रही भूमिगत गैस पाईपलाईन से प्रभावित भूमि का नाममात्र मुआवजा दिए जाने पर रोष प्रकट करते हुए नारेबाजी की। किसानों ने उनके मुआवजा राशि न बढाने पर काम बंद करने का अल्टीमेटम देते हुए दावा किया कि जल्द ही जींद के कोल्हा गांव में राज्य स्तरीय बड़ी महापंचायत का आयोजन कर आगामी रणनीति का एलान किया जाएगा।

कस्बे के किसान भवन में भाकियू अध्यक्ष हरपाल भांडवा की अध्यक्षता में आयोजित किसान संगठनों की बैठक में प्रदेश के आधा दर्जन किसान संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भागीदारी की। गुजरात से पानीपत जा रही भूमिगत गैस पाईपलाईन जो राजस्थान से लोहारु बाढड़ा क्षेत्र से जींद, करनाल होकर गुजर रही है। किसान सभा अध्यक्ष मा. रघबीर श्योराण काकड़ौली ने कहा कि इसके लिए कृषि क्षेत्र में जगह जगह भूमिगत पाईप लाईन के लिए खुदाई की जा रही है लेकिन किसान अपनी उपेक्षा किसी सूरत में सहन नहीं करेंगे। किसानों ने नवंबर, दिसंबर माह में भी इस भूमिगत लाईन की खुदाई के विरोध में उतर गए थे और उस समय सरकार व कंपनी ने उनको भरोसा दिया था कि उनकी मांगों का समाधान किया जाएगा लेकिन सरकार ने बाद में सारे वायदों को ही भुला दिया है।

कंपनी के कर्मचारियों ने मनमर्जी से ही जमीन का अधिग्रहण कर औने पौने दरों के चेक जारी कर रहे हैं जिसे किसी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा

किसान नेता सत्येंद्र कुमार ने कहा कि जिस प्रकार की शर्तो के साथ भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है उसके मुताबिक मुआवजा जारी नहीं किया जा रहा है जो अन्नदाता के साथ अन्याय है। कंपनी के कर्मचारियों ने मनमर्जी से ही जमीन का अधिग्रहण कर औने पौने दरों के चेक जारी कर रहे हैं जिसे किसी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा। प्रदेश के अन्य क्षेत्रों की तरह बाढड़ा उपमंडल के गांव कारीमोद, बाढड़ा, पंचगावां, गोपी, काकड़ौली हुक्मी, उमरवास होते हुए भिवानी जिले में प्रवेश करेगी। किसान की रोजी रोटी केवल खेतीबाड़ी पर ही निर्भर है लेकिन कंपनी सरकार के दबाव में किसानों के भविष्य के हितों से कुठाराघात कर रही है जिसे किसान अब सहन नहीं करेगा और जल्द ही काम बंद करवाने का फैसला लिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि उनका मांगपत्र है कि उनकी अधिकृत भूमि बाद में किसी काम नहीं आती इसीलिए जब तक उनको बाजार दरों पर सौ फिसदी मुआवजा नहीं मिलता वह आंदोलन जारी रखेंगे। उन्होंने बताया कि जल्द ही किसानों की जींद के कोल्हा गांव में राज्य स्तरीय महापंचायत आयोजित कर सरकार व कंपनी के खिलाफ बड़ा जनआंदोलन शुरु किया जाएगा। उनके साथ भारतीय किसान कामगार अधिकार मोर्चा अध्यक्ष सुमित दलाल, कमलेश भैरवी, पूर्व सरपंच अजीत सिंह, जागेराम, मांगेराम, महेन्द्र जेवली, ओमप्रकाश उमरवास, करतार सिंह, प्रताप सिंह, करतार सिंह, मा. विनोद मांढी, राधेश्याम शर्मा, कामरेड रामपाल धारणी, कमलसिंह हड़ौदी, साधुराम काकड़ौली, रणधीर सिंह हुई, गिरधारी मोद, ईश्वर सिंह, जगबीर शर्मा बाढड़ा इत्यादि मौजूद रहे।

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