Charkhi Dadri News : दोनों सीटें भाजपा की झोली में डालने पर भी मंत्रीमंडल में जगह न मिलने पर आमजन मायूस, बाढड़ा का पच्चास साल का ना तिलिस्म टूटा, ना दादरी को बड़ी ताकत मिली

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Despite BJP winning both the seats, common people are disappointed at not getting a place in the cabinet, neither the 50 years old magic of Badhra is broken nor Dadri gets any major power.
कार्यभार संभालती मंत्री श्रुति चौधरी
  • नायब सैनी मंत्रीमंडल में दादरी जिले की झोली रही खाली, हजारों कार्यकर्ता मायूस

(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। प्रदेश में नवगठित सरकार में मुख्यमंत्री के साथ ही 13 अन्य मंत्रियों के शपथ लेने से जहां भाजपा उत्साहित है वहीं नई नवेली नायब सिंह सैनी सरकार में प्रदेश के सबसे छोटे जिले दादरी के दोनों विधायकों को शामिल न करने से दोनों हलकों के कार्यकर्ताओं में मायूसी नजर आ रही है। बाढड़ा का पच्चास साल में मंत्री मंडल में शामिल होने का तिलिस्म न टूटने व दादरी के ऊर्जावान व प्रदेश में अनुभवी अधिकारी के रुप में नवचयनित विधायक सुनील सांगवान की लाटरी न लगने का भी मलाल है।

प्रदेश के दक्षिणी छोर पर बसे पुराने भिवानी जिले के दादरी उपमंडल की दोनों सीटों पर पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल व पूर्व सीएम देवीलाल समर्थित प्रत्याशियों का दबदबा रहा है लेकिन उनके गुजरने के बाद उनके वोटों में भी बिखराव आ गया है। वर्ष 2916 में भाजपा ने यहां पर नया जिला घोषित करते ही बाढड़ा को उपमंडल, झोझू को खंड का दर्जा देने के साथ ही नहरी पानी, स्वच्छ पेयजल के लिए करोड़ों का बजट भी दिया लेकिन भाजपा यहां पर चुनाव में कोई बड़ा लाभ नहीं ले पाई। किसान आंदोलन के गढ के रुप में पहचाने जाते दादरी जिले में अभी तक केवल 2014 में बाढड़ा में ही भाजपा ने सुखविंद्र मांढी के रुप में कमल खिलाया लेकिन वर्ष 2019 के दूसरे चुनाव में फिर खाली ही रह गई।

किसान बाहुल्य क्षेत्र में अबकी बार भाजपा ने दादरी में पूर्व मंत्री सतपाल सांगवान व दादरी में पूर्व सैनिक व पिछले लंबे समय से सामाजिक क्षेत्र में सक्रिय रहे उमेद पातुवास को चेहरा बनाया तो पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढी की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने बगावत भी शुुरु कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। प्रदेश विधानसभा शेड्यूल के तहत सभी नब्बे विधानसभा सीटों पर 5 अक्टूबर को हुए मतदान व 8 अक्टूबर को हुई मतगणना से प्रदेश में अकेला चरखी दादरी जिला ऐसा था जिसकी दोनों सीटों पर भगवा लहराया।

दादरी से विजेता सुनील सांगवान जेल अधिक्षक पद से वीआरएस लेकर आए वहीं उनकी जीत से लेकर मंत्रीमंडल गठन तक सबको यह उम्मीद थी कि पार्टी को पहली बार जाट वोट के गट में जीताने वाले सुनील सांगवान की साफ सुथरी छवि व मिलनसार प्रवृति के कारण सरकार में झंडी वाली कार मिल सकती हैं वहीं केडर के तौर पर पूर्व सैनिक व बलिदानी जवान के पुत्र उमेद पातुवास को लेकर भी उनके वोटरों में पूरी उम्मीद थी। उन्होंने लोकसभा चुनाव में 28 मतों से पिछड़ी सीट को जमीनी स्तर की मेहनत के बलबूते जीताकर हाईकमान की झोली में डालने का इतिहास रचा है। इसी उत्साह में प्रदेश में सबसे अधिक संख्या में दादरी व बाढड़ा से ग्रामीणों सुबह पौ फटने से पहले ही सरकारी बसों व निजि वाहनों से राज्य स्तरीय शपथ ग्रहण कार्यक्रम में पहुंचे भी लेकिन दादरी जिले का मंत्रीमंडल में खाता नहीं खुलने से उनमें मायूसी ही नजर आई।

दादरी जिले को लोकसभा का दिल भी माना जाता है वहीं भिवानी, नारनौल में पार्टी के एक एक सीट हारने व अकेले दादरी से दोनों सीटें जीतने की एवज में पावर मिलेगी लेकिन संगठन द्वारा ज्यादा तवज्जो न दिए जाने पर भले ही दोनों विधायक नई सरकार से अपने अपने क्षेत्र के लंबित योजनाओं व कामों पर प्राथमिकता देने में जुटे है वहीं उनके नजदीकी कार्यकर्ता ज्यादा कुछ बोलने की बजाए इतना जरुर बोलते हैं कि चुनाव में उन्होंने दिनरात काम किया कि उनके प्रतिनिधि बहुत अच्छी छवि के धनी हैं और सरकार में अच्छे पदों पर रहेंगे तो विकास भी गति पकड़ी तो उनके क्षेत्र में सरकार की मेहरबानी होगी लेकिन प्रथम मंत्रीमंडल में उनकी उम्मीदें अधर में ही रह गई।

भाजपा के तीनों कार्यकाल में एक या दो मंत्रियों पर ही रहा भरोसा

वर्ष 2014 में अकेले बहुमत में आई भाजपा सरकार में भिवानी महेन्द्रगढ लोकसभा क्षेत्र में तात्कालीन प्रदेशाध्यक्ष रामबिलाश शमा को ही मंत्री मंडल में शामिल किया गया वहीं दूसरे कार्यकाल वर्ष 2014 में लोहारु के विधायक जेपी दलाल, नारनौल से ओमप्रकाश एडीओ, घनश्याम सर्राफ को कैबिनेट में जगह मिली लेकिन कुछ समय बाद ही घनश्याम सर्राफ व ओमप्रकाश एडीओ को हटा दिया गया और डा. अभयसिंह यादव को शामिल किया गया लेकिन अब वर्ष 2024 के तीसरे मंत्री मंडल में तोशाम से विधायक श्रुति चौधरी व अटेली मंडी से विधायक आरती राव को ही मंत्रीमंडल में जगह नसीब हो पाई है।

बंसीलाल केडर को श्रुति चौधरी के रुप में मिली संजीवनी

भाजपा ने दक्षिणी हरियाणा के विकास के लिए पहचाने जाते पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बंसीलाल के केडर को अपने पक्ष में लाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। लोकसभा चुनाव से पहले ही भाजपा ने कांग्रेस की दिग्गज नेत्री किरण चौधरी से संपर्क किया और दो माह पहले ही उनको पार्टी में शामिल कर राज्यसभा में भेजा वहीं अब नए चेहरों की बजाए बंसीलाल केडर को साथ लाने के लिए पूर्व सांसद श्रुति चौधरी को मंत्रीमंडल में शामिल कर किरण समर्थकों में जरुरी संजीवनी देने का काम किया है। पार्टी ने विघानसभा चुनाव में कांग्रेस को बंसीलाल के पैतृक वोटबैंक से दूर रखने में कामयाब भी हुई।

दादरी विधायक सुनील सांगवान

भाजपा के नवनिर्वाचित्त विधायक सुनील सांगवान व बाढड़ा के विधायक उमेद पातुवास ने प्रदेश में नायब सिंह सैनी की अगुवाई में तीसरी बार भाजपा सरकार के गठन पर सीएम व सभी मंत्रियों को बधाई देते हुए कहा कि जनता ने विकास के लिए उनको आशीर्वाद दिया है और उनकी प्राथमिकता दादरी जिले को सर्वांगीण विकास करवाना है। हरियाणा के नवनिर्वाचित मंत्रिमंडल में शपथ लेने वाले सीएम व मंत्रियों को हार्दिक बधाई व ढेरों शुभकामनाएं दी है।

बाढड़ा विधायक उमेद पातुवास।

उन्होंने कहा कि परिवार के राजनैतिक गुरु स्व. बंसीलाल की सुपौत्री श्रुति चौधरी को मंत्री बनाए जाने पर मेरा मन बहुत ज्यादा प्रफुल्लित हो गया है। ये हमारे क्षेत्र के लिए गर्व की बात है। हरियाणा के नवनिर्वाचित मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में शपथ लेने पर समस्त मंत्रिमंडल के सदस्यों को हार्दिक बधाई व ढेरों शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सभी के कुशल नेतृत्व और परिश्रम से हम सब मिलकर विकसित, समृद्ध और सशक्त हरियाणा का निर्माण करेंगे।

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