(Charkhi Dadri News) चरखी दादरी। साइबर ब्रांच की ओर से जिले के 21 लोगों के गुम हुए करीब 7 लाख रुपए की कीमत के मोबाइलों की तलाश कर ली गई है। इस पर सोमवार को एसपी कार्यालय में एक कार्यक्रम का आयोजन कर मोबाइल धारकों को उनके मोबाइल सौंपे गए। यह देख मोबाइल मालिकों के चेहरे खिल उठे।
खोए हुए मोबाइल पाकर मोबाइल मालिकों के चेहरे खिले
इस बारे में एसपी पूजा वशिष्ठ ने जानकारी देते हुए बताया कि साइबर सेल जहां अपराध व अपराधियों पर शिकंजा कसने में अहम भूमिका निभा रही है वहीं जिले के साइबर सेल प्रभारी हेड कांस्टेबल योगेश की टीम ने महत्वपूर्ण सुराग जुटा कर अप्रैल से जून महीने में आमजन के गुम हुए करीब 7 लाख रुपए की कीमत के पोर्टल से ट्रेस 21 मोबाइल को ढूंढकर सराहनीय काम किया है। इसलिए सोमवार को उनके कार्यालय में उक्त मोबाइल फोनों के मालिकों को कार्यालय में बुलाकर मोबाइल सौंपे गए। इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने पुलिस का आभार जताया। वहीं मोबाइल फोन ढूंढने में अहम भूमिका निभाने वाली साइबर सेल टीम की प्रशंसा की। एसपी ने बताया कि जिला पुलिस की साइबर सेल ने इस साल में अब तक करीब 12 लाख रुपए की कीमत के गुम 36 मोबाइल ट्रेस करने में सफलता हासिल की है।
इसके अलावा उन्होंने महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए बताया कि सीईआईआर पोर्टल पर प्राप्त मोबाइल गुम की शिकायतों की मॉनिटरिंग करते हुए जिला पुलिस द्वारा इस साल में अब तक करीब 12 लाख रुपए की कीमत के गुम 36 मोबाइल ट्रेस किए गए हैं। भारत सरकार द्वारा चलाए गए इस पोर्टल की खासियत यह है कि इस पर शिकायत रजिस्टर्ड करने के बाद मोबाइल का आईएमईआई ब्लॉक हो जाता है और मोबाइल ट्रेस होने के बाद शिकायतकर्ता को सूचना दे दी जाती है।
साइबर सैल पुलिस का यह एक सराहनीय काम है
एसपी पूजा वशिष्ठ ने कहा कि साइबर सैल पुलिस का यह एक सराहनीय काम है। उन्होंने कहा कि जहां मोबाइल फोन मालिकों को उनके मोबाइल मिलने की खुशी है वहीं उनके मोबाइल फोन अपराधी किस्म के लोगों के हत्थे चढऩे से भी बचे हैं। उन्होंने कहा कि साइबर चरखी दादरी पुलिस लगातार गुमशुदा मोबाइल्स की मॉनिटरिंग करती है। इसी के परिणामस्वरूप ही खोए हुए मोबाइल पुलिस टीम द्वारा बरामद किए गए हैं। एसपी पूजा वशिष्ठ ने आमजन से भी आह्वान किया कि वे अपने मोबाइल को पूरी तरह सुरक्षित रखें। वहीं मोबाइल फोन गुम होने की स्थिति में तुरंत अपना नंबर ब्लॉक करवा कर निकटवर्ती पुलिस को तुरंत सूचित करें ताकि अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति किसी प्रकार से गुम हुए मोबाइल का गलत प्रयोग ना कर सकें।