(Charkhi Dadri News) चरखी दादरी। बेटी पढाओं बेटी बचाओं का नारा हर मंच पर देनी वाली इस बीजेपी सरकार की यह हकीकत है कि वो आज तक जिला मुख्यालय पर एक भी राजकीय कालेज ऐसा आरंभ नहीं करवा पाई है जहां कि केवल हमारी बेटियां ही उच्च शिक्षा ग्रहण कर सके। एक भी लडकियों का महाविद्यालय आज तक नहीं बना है जबकि इस सराकार ने अपने दस वर्ष खूब बेटी बचाओं बेटी पढाओं का ढिंढोरा पीटा।
यह बात वरिष्ठ कांग्रेसी नेता व पूर्व चेयरमैन अजीत सिंह फौगाट ने कही। वो आज जन आशीर्वाद पद यात्रा के तहत विभिन्न गांवों गांव फतेहगढ़, सहूवास, घिकाड़ा, मिर्च, कमोद, रावलधी आदि में पहुंचे। सभी जगहों पर उनका स्वागत किया गया व फूल मालाएं तथा पगडी पहनाते हुए ग्रामीणों द्वारा उन्हें सम्मानित किया गया। इसके साथ ही हर गांव में यात्रा को सभी वर्गो के लोगों का भरपूर प्रेम व समर्थन मिला।
इस दौरान जनसंपर्क व जन सभाओं के जरिए अजित फौगाट ने कांग्रेस की पार्टी की नीतियों से सभी को अवगत करवाया तो उन्होंने बीजेपी पर ऐसी पार्टी होने का आरोप जडा जो केवल भाईचारे के तोड कर राज करने के लिए ही हमेशा कार्यप्रणाली अपनाती आई है।
इस दौरान गांव गांव लोगों से समस्या ग्रामीणों से उनकी परेशानियों व समस्याओं के बारे में जानकारी भी ली गई। हर गांव में यही सामने आया कि मूलभूत सुविधाओं का भी भारी टोटा बना हुआ है यहां तक कि बिजली की भारी समस्या से हर एक गांव जूझ रहे हैं। इसके अलावा पेयजल व नहरी सिंचाई पानी की भारी किल्लत हर जगह बनी हुई है एक तो पहले ही इस साल बारिश बहुत कम हुई है उपर से अब किसनो को खेती के लिए पानी नहीं मिल रहा जिससे जो भी फसल उन्होंने बोइ्र वो किसानो की फसल बर्बाद हो रही हैं। पेयजल तो एक बडी समस्या है ही साथ में महाविद्यालयों की कम संख्या से भी बच्चों को उच्च पढ़ाई नही मिल पा रही है, बेरोजगार युवा गलत रास्ते पर जाने को मजबूर हैं जिसे ग्रामीणों को इनका भविष्य अंधकार मय लग रहा है।
इस दौरान सरपंच सुमित उर्फ हनी सिंह फतेहगढ़ , सुरेश पुनिया डोहकी , नरेंद्र बलौदा,पूर्व सरपंच नरेंद्र ,प्रवीन, मुना साहूवास, धर्मेंद्र, राजेंद्र साहूवास, पवित्र , धर्मवीर सिंह, जयभगवान घिकाड़ा, सूबे घिकाड़ा, सतपाल घिकाड़ा, धरमपाल डूडी फतेहगढ़, सरपंच सुधीर मिर्च , नवीन, आजाद,धारे मिर्च,परमोद मिर्च,प्रवीन मिर्च, भुर सिंह, भूप सिंह, ओमप्रकाश कमोद, सतीश, जगदीप कमोद, हरीप्रकाश , सुखेंदर रावलधी, मोनू, मनजीत रावलधी, रविंद्र बीडीसी चरखी, बुलड़ मानकवास, सूबे सिंह, पवन मानकावास, जगमोहन, महावीर प्रधान, सुंदर छपार, संजय सांगवान डोहका,प्रमोद सांगवान, अरुण महराणा, कमल बौदं , विपिन खरेरा दादरी, राजेश लोहरवाड़ा, अशोक मानकावास,विपिन चरखी,नरेश पैंतावास, शमशेर सारंगपुर, अंकित डोहका , सुमंत डोहका, कुनाल डोहका, दिलवाग पटवारी, बिंदर रानीला, श्याम लोहरवाड़ा, हरेंद्र महराणा, जयभगवान निमली, दीपक कासनी, अंकित रानीला, सुनिल रानीला, मोहित मालपोस अन्य साथी मौजूद रहे।