- मौके पर पहुंचा एसडीओ और जेई
- पंचायत ने लिखित में दिया नहीं चाहिए जोहड़, बाद में एसडीएम को भी सौंपा ज्ञापन
- एसडीएम ने काम रुकवाने के दिया आदेश
(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। गांव मांढी केहर में शामलाती भूमि पर भू जल विभाग द्वारा जोहड़ खुदाई करने पर विभाग और ग्राम पंचायत में विवाद आज ओर बढ़ गया उसके बाद सरपंच ने गांव के मुख्य चौंक में पंचायत बुलाई और स्थिति से अवगत करवाया। गांव के मौजिज ग्रामीणों ने बिना जरूरत और बिना प्रस्ताव जोहड़ खुदाई करने पर रोष जताया है। पहले से खोदे गए दोनों जोहड़ों में पानी भरने की मांग की है।
पंचायत में भू जल विभाग के एसडीओ और जेई को भी बुलाया गया
गांव मांढी केहर के सरपंच अशोक कुमार द्वारा बुलाई पंचायत में गांव के मौजूज ग्रामीणों की बैठक बृहस्तिवार को हुई,जिसमें निर्णय लिया गया कि गांव में और जोहड़ की आवश्यकता नहीं है और विभाग जबरन पंचायती जमीन पर मिलीभगत करके कब्जा कर रहा है जिसको किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा। सरपंच अशोक कुमार ने ग्रामीणों को बताया कि भू जल विभाग द्वारा बिना प्रस्ताव के ही जबरन गांव की मेघनी जोहड़ी में खुदाई का कार्य किया जा रहा है। जिसकी कोई आवश्यकता नहीं है। पहले से गांव में दो जोहड़ खुदे हुए न हैं। उनमें ही पानी नहीं पहुंच रहा है । पंचायत में भू जल विभाग के एसडीओ और जेई को भी बुलाया गया।
एसडीओ सूरजभान और जेई दीपक कुमार ने पंचायत में जोहड़ नहीं खुदवाने बारे में लिखित में मांगा तो मौके पर ही पंचायत ने लिखकर दिया कि उन्हें किसी जोहड़ की आवश्यकता नहीं है। एक बार तो पंचायत में भी विभाग और गांव वालों के बीच खींचतान शुरू हो गई थी फिर गांव ने प्रबुद्ध लोगों ने बीच बचाव कर स्थिति को संभाला और विभाग द्वारा लिखित में मांग पूरी करते हुए पंचायत ने लिखकर दिया।
पंचायत ने सूचना देने के बावजूद वन विभाग गहरी नींद में सोया हुआ है
बाद में पंचायत ने कमेटी बनाकर एसडीएम सुरेश दलाल को कार्यालय पहुंच ज्ञापन सौंपा। एसडीएम सुरेश दलाल ने पंचायत की बात को ध्यान पूर्वक सुनकर मौके पर इरिगेशन ओर रेवेन्यू विभाग को बुलाकर सारी जानकारी प्राप्त कर कार्य को तुरंत प्रभाग से रोकने के आदेश दिए। इसके अलावा पंचायत ने वन विभाग को भी हरे पेड़ काटे जाने की शिकायत की है। पंचायत ने वन विभाग पर भी आरोप लगाया है कि पंचायत ने सूचना देने के बावजूद वन विभाग गहरी नींद में सोया हुआ है।
पूर्व सरपंच आनंद सिंह ने कहा कि वन विभाग वैसे तो की अपने घर पर कोई टहनी भी नहीं काटने देता परंतु अब सैकड़ों पेड़ों की कटाई की जा रही और विभाग कोई कार्यवाही नहीं कर रहा। विभाग ने तुरंत कार्यवाही नहीं की तो जल्द ही पर्यावरण मंत्री से मिलकर शिकायत की जाएगी। इस अवसर पर सूबेदार राजेंद्र सिंह, मांगेराम, रामरूप पंच, नवरत्न पंच, सुखबीर सिंह, आनंद सिंह, सुंदर, ढिल्लू बागड़ी, अनिल कुमार, कर्ण सिंह,रामबीर, अजीत, जयभगवान नंबरदार, राजपाल कंडक्टर, राकेश, सुभाष, कपूर सिंह, बबलू, होशियार, सुरेंद्र, रामकुमार, दिनेश शर्मा, संजीत, लीलाराम, आजाद, प्रेम सिंह, मंजीत, विजेन्द्र, सुखेंद्र डांगी, नरेश डांगी, विजय सिंह, रमेश, जसबीर,सुमेर सिंह भी मौजूद रहे। इस बारे में भूजल विभाग के कनिष्ट अभियंता से योजना की जानकारी बारे संपर्क किया गया लेकिन बात नहीं हो पाई।