(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। राजकीय महिला महाविद्यालय बाढड़ा में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई वन द्वारा एक दिवसीय एनएसएस शिविर का आयोजन किया गया। शिविर की अध्यक्षता कार्यकारी प्राचार्य सुबे सिंह ने की। एनएसएस प्रभारी प्रो. यशवंती के नेतृत्व में स्वयं सेविकाओं ने एनएसएस लक्ष्य गीत व तालियों के साथ शिविर की शुरुआत की।
मकर संक्रांति को नई ऊर्जा, नई फसल, नई शुरुआत और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है
प्रात: कालीन सत्र में डा. मीना कुमारी ने स्वयंसेविकाओं को नियमित दिनचर्या में योग करने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद सभी स्वयं सेविकाओं ने अनुलोम विलोम, ताड़ासन, सूर्य नमस्कार आदि का अभ्यास किया। कार्यक्रम अधिकारी ने स्वयं सेविकाओं के साथ सामूहिक चर्चा के दौरान मकर संक्रांति पर्व के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह पर्व हिन्दू धर्म का प्रमुख पर्व है जो सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर मनाया जाता है। यह दिन सिर्फ धार्मिक महत्व नहीं रखता, बल्कि इसका संबंध विज्ञान, कृषि और सामाजिक जीवन से भी है। मकर संक्रांति को नई ऊर्जा, नई फसल, नई शुरुआत और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।
प्रो. कमल ने स्वयंसेविकाओं को शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित किया तथा सोशल मीडिया के दुरुपयोग से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया। इसके पश्चात महाविद्यालय में स्वयं सेविकाओं द्वारा विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। महिला सशक्तिकरण विषय पर भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें प्रथम स्थान स्वयंसेविका प्रवेश ने , द्वितीय स्थान स्वयंसेविका दीपिका तथा तृतीय स्थान स्वयंसेविका साक्षी ने प्राप्त किया। प्रथम, द्वितीय, तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली स्वयं सेविकाओं को सम्मानित किया गया। शिविर के दौरान जयवीर, ओमप्रकाश तथा युनिट वन की सभी स्वयं सेविकाएं उपस्थित रही।