Charkhi Dadri News : इंटरनेट सुरक्षा दिवस पर जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन

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Awareness seminar organized on Internet Safety Day
इंटरनेट सुरक्षा दिवस पर जागरूकता संगोष्ठी में भाग लेते सीटीएम जितेन्द्र।
  • साइबर क्राइम से बचने के लिए सतर्कता और जागरूकता जरूरी

(Charkhi Dadri News) चरखी दादरी। लघु सचिवालय के सभागार में इंटरनेट सुरक्षा दिवस के अवसर पर एक जागरूकता संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में सीएससी और क्रीड विभाग के कर्मचारियों सहित 100 से भी जयादा प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यकम में सीटीएम जितेन्द्र ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की।इस अवसर पर एडीआईओ सुनील ने सुरक्षित इंटरनेट उपयोग विषय पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होंने साइबर अपराध, ऑनलाइन धोखाधड़ी/घोटाले तथा डिजिटल फुटप्रिंट और व्यक्तिगत गोपनीयता के महत्व पर प्रकाश डाला।

उन्होंने सुरक्षित इंटरनेट दिवस के अवसर पर नागरिकों को साइबर सुरक्षा को लेकर सतर्क रहने और डिजिटल धोखाधड़ी से बचने के लिए जागरूक किया। उन्होंने बताया कि साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर किसी भी साइबर अपराध की रिपोर्ट की जा सकती है। सोशल मीडिया प्लेटफॉम्र्स के सुरक्षित उपयोग के लिए मजबूत पासवर्ड बनाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने बताया कि डिजिटल लेन-देन और यूपीआई से जुड़ी सेवाओं और ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के दौरान सिर्फ आधिकारिक डिजिटल प्लेटफॉम्र्स का ही उपयोग करें और संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें।

साइबर जागरूकता ही साइबर अपराध से बचने का सबसे बड़ा हथियार है

उन्होंने नागरिकों को फेक वेबसाइट्स की पहचान करने के लिए एंटी-फिशिंग टूल्स का उपयोग करने की सलाह दी। फर्जी वेबसाइट्स के बचाव के लिए लॉगइन आइकॉन (पैडलॉक सिंबल) देखने और सुरक्षित रहने का सुझाव दिया। मोबाइल ऐप डाउनलोड करते समय हमेशा आधिकारिक एप स्टोर का उपयोग करें, अनजान स्रोतों से डाउनलोड किए गए एप्स में मालवेयर हो सकता है। उन्होंने कहा कि साइबर जागरूकता ही साइबर अपराध से बचने का सबसे बड़ा हथियार है। नागरिकों को हमेशा सतर्क रहना चाहिए और संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट साइबर हेल्पलाइन या नजदीकी पुलिस थाने में करनी चाहिए।

इस संगोष्ठी का उद्देश्य डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना और नागरिकों को इंटरनेट के सुरक्षित एवं जिम्मेदार उपयोग के प्रति जागरूक करना था। उपस्थित प्रतिभागियों ने भी इस विषय पर अपने विचार साझा किए और इंटरनेट सुरक्षा से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। बढ़ती डिजिटल गतिविधियों के साथ साथ साइबर अपराधों में भी वृद्धि हुई है। फिशिंग, डाटा चोरी, सोशल मीडिया हैकिंग, ऑनलाइन धोखाधड़ी और बैंकिंग ट्रांजेक्शन जैसी घटनाएं आम हो गई हैं। ऐसे में आम नागरिकों को साइबर सुरक्षा को लेकर सतर्क रहना चाहिए। साइबर अपराधों से बचने के लिए डिजिटल साक्षरता और सुरक्षा उपायों को अपनाना बहुत जरूरी है।सीएससी संचालक ग्रामीण स्तर पर गांव-गांव में साइबर जागरूकता संबंधी अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करेंगे।

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