Charkhi Dadri News : भाजपा कांग्रेस के अलावा निर्दलीय को भी ठोक बजा कै देखागें

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Apart from Congress, BJP will also see independents being defeated.
गांव धनासरी के बड़ के पेड़ के नीचे ताश खेलते हुए सरकार के कामकाज का आंकलन करते बुजर्ग।

(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। विधानसभा चुनाव 2024 के मतदान के लिए भले ही दो सप्ताह से अधिक का समय शेष बचा हो लेकिन हरियाणा प्रदेश में के गांव गांव गली गली प्रचार तेज हो चुका है। सभी राजनैतिक दल पहले प्रत्याशियों की सूचि को लेकर शंात थे वहीं अब नामांकन के बाद पूरे रंग में रंगे नजर आ रहे हैं। क्षेत्र में तेज आवाजों से मतदान की अपील ने आमजन में चुनावी माहौल पैदा कर दिया है। प्रत्याशियों के दौरे के साथ ही अब केन्द्रिय व प्रदेश स्तर के बड़े नेताओं के दौरे होने के कारण ग्रामीण क्षेत्र में जाने का शेड्यूल भी तैयार हो गए हैं। गांव के बुजर्ग भी नेताओं के भाषणबाजी में रूचि लेने की बजाए ताश खेलते हुए ही चुनावी मंथन में भी नए नए विचार रखकर एक दूसरे पक्ष को कमजोर ठहराने की फिराक में है। कई चौपालों या सार्वजनिक विश्राम की जगहों पर बुजर्ग अलग अलग दलों के प्रति समर्थन प्रकट करते हुए आग बबुला हो जाते हैं और पहले के चुनावों का विश£ेषण रखकर दूसरे एक दूसरे को वाककला में ही हराने में जुटे नजर आते हैं।

गांव के एक बजुर्ग ने चुनाव में आ रहे सभी नेताओं के कामकाज व कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि अब नेता विश्वास में ही नहीं रहा

गांव धनासरी के मुख्य चौक पर स्थित बड़ व पीपल के पेड़ के नीचे तीन दर्जन बुजर्ग पेड़ ताश खेलकर समय बिताते हैं और केन्द्र व प्रदेश सरकार की नीतियों पर सवाल खड़ा करते हैं वहीं कुछ खुलकर सरकार का पक्ष लेकर विरोधी पक्ष पर भारी पड़ते नजर आ रहे हैं। गांव के एक बजुर्ग ने चुनाव में आ रहे सभी नेताओं के कामकाज व कार्यशैली पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि अब नेता विश्वास में ही नहीं रहा है। आज जो नेता कांग्रेस के पास है वह कल भाजपा या जजपा के पाले में खड़ा नजर आएगा वहीं जो आज भाजपा में ही कल व अपने हितों के लिए दूसरे दलों में जाने से गुरेज नहीं करेंगे। एक युवा ने सरकार की अग्रिवीर योजना सवाल उठाया कि मात्र चार साल में रक्षा जैसे जरुरी विभाग की नौकरी कैसे पूरी हो सकती है। इससे ना सुरक्षातंत्र मजबूत हुआ और ना ही युवाओं का भविष्य सुरक्षित। एक किसान ने कहा कि इनसे अच्छा तो निर्दलीय उम्मीदवार है जो किसी पार्टी में शामिल होने की बजाए अपनों के बीच में रहेगा। प्रदेश की भाजपा सरकार ने प्रदेश के युवाओं की आवाज उठाने में कोताही बरती है।

किसान ने बताया कि अभी दो सप्ताह शेष बचा है इसीलिए झगड़ा करने की जरुरत नहीं

इसपर उनकी बात काटते हुए दूसरे बुजर्ग ग्रामीण ने कहा कि मोदी राज में किसान से लेकर देश की सीमाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं और बार्डर पर हमारे बेटे सेना के जवान के रुप में स्वतंत्र फैसलें ले रहे हैं। जम्मू एवं कश्मीर में आज सौ फिसदी शंाति केवल सरकार की सजगता व तत्परता के कारण संभव है। बार्डर पर चौकसी कर दी मोदी ने इसीलिए नहीं लगता की प्रदेश में कांग्रेस समर्थित गठबंधन इस चुनाव में टक्कर दे पाएगा। किसान ने बताया कि अभी दो सप्ताह शेष बचा है इसीलिए झगड़ा करने की जरुरत नहीं है। सरकार ने भले ही कृषि व कृषक के लिए कई नई योजनाएं आरंभ की हो लेकिन अन्नदाता नाराज भी बहुत हैं। विकास के लिए सरकार की कई योजनाएं केवल सरपंचों व सरकार के विवाद के बीच लटकी रही हैं और चुनाव देखकर अब कई झूठी घोषणाएं की हैं लेकिन मतदाता जागरुक है। और कोई अलग ही फैसला ले सकता है। ग्रामीण भूतपूर्व सैनिक रामकुमार ने कहा कि विधानसभा चुनाव राष्ट्रीय की बजाए राज्य स्तर के मुद्दों पर लड़ा जाता है।

मौजूदा समय में भाजपा पूरे प्रदेश में मजबूत तरीके से प्रचार अभियान में जुटा है। पीएम नरेन्द्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह प्रचार में जुटे हैं लेकिन इंडि गठबंधन अभी तक टिकट वितरण के विवाद से नहीं निपटा है वहीं 27 सिंतबर से राहुल गांधी, प्रियंका गांधी हरयाणा ने चुनावी रैली को तैयार है। भाजपा अपने दस साल के शासन के दौरान लागू की गई नौकरियों में पारदर्शिता, किसानों की फसलों के उचित दाम के आधार पर जीतने में सफल रहेगी। बुजर्ग ग्रामीण रतनसिंह, राजकुमार ने केन्द्र व प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि देश की आजादी के बाद पहली ऐसी सरकार है जिसने देश की बड़े-बड़े सार्वजनिक संस्थानों को निजि हाथों में सौंप दिया है। देश के पोर्ट, एयरपोर्ट, कारखाने आज चुनिंदा व्यापारियों के हाथों की कठपुतली बनकर रह गए हैं। हमें सजगता से अपने हित को ध्यान में रखकर मतदान करना चाहिए। किसानों ने कहा कि उनके बिजली कनेक्षनों, बकाया मुआवजे के लिए दरदर भटकना पड़ रहा है जो न्यायसंगत नहीं है। रामकिशन, रामेशवर, जयप्रकाश ने कहा कि ग्रामीण किसान मतदाता अभी खेतीबाड़ी में उलझा है और गांवों में जा रहे नेताओं व सभी दलों के भाषण सुनकर आगामी फैसला लेगा। मोदीराज में शिक्षा, चिकित्सा, सडक़ परिवहन समेत हर क्षेत्र में भारत मजबूत बना है लेकिन किसान कर्ज व गरीबी व युवा बेरोजगार की दलदल में धंसा हुआ है। वह सभी के घोषणापत्र सुनकर आगामी समय में अह्म फैसला लेंगे।

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