- सरकार ने जल्द सुध नहीं ली तो होगा बड़ा आंदोलन
(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। खंड के सफाई कर्मियों ने मानदेय न मिलने के विरोध में आज दसवें दिन भी बीडीपीओ कार्यालय के समक्ष बेमियादी धरना प्रदर्शन जारी रहा। आंदोलनकारी कर्मियों ने चेतावनी दी कि सरकार को उनकी उपेक्षा भारी पड़ेगी और वह मजबूरी के कारण वह भुखे प्यासे रहकर रोष प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। वह अपने हितों के लिए सरकार से किसी तरह के टकराव से पीछे नहीं हटेंगे तथा जल्द ही सुनवाई नहीं हुई तो जल्द बड़े स्तर पर रोष प्रदर्शन करेंगे।
भाजपा सरकार लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखती और जानबूझ कर सफाई कर्मियों से बार बार वायदा कर उनके खिलाफ फैसलें लागू कर रही है
यह बात सफाई कर्मचारी यूनियन के पूर्व अध्यक्ष सुरेश जेवली की अध्यक्षता में संचालित धरने को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि बीडीपीओं कार्यालय के कर्मचारियों के बार बार ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को मानदेय के लिए दर दर भटकाया जा रहा और इसके बावजूद उन्हें समय पर मानदेय नहीं दिया जाता है। ऐसे में उनका घर खर्च चलाना भी मुश्किल हो गया है और पहले दीपावली व अब होली का त्योहार भी सुखा गया है। ऐसे में उनका त्योहार रंगीन होते हुए भी फीका रहा है। भाजपा सरकार लोकतंत्र में विश्वास नहीं रखती और जानबूझ कर सफाई कर्मियों से बार बार वायदा कर उनके खिलाफ फैसलें लागू कर रही है।
कर्मचारी यूनियन पूर्व प्रधान संजय जीतपुरा ने बताया कि कर्मचारियों को एक साल से पीएफ और ढ़ाई साल से ईएसआई का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है
सफाई कर्मियों को मजबूरन बार बार सडक़ों पर उतरकर रोष जताना एक प्रथा बन गई है। सफाई कर्मचारी काली होली मनाने को मजबूर रहे। कर्मचारी यूनियन पूर्व प्रधान संजय जीतपुरा ने बताया कि कर्मचारियों को एक साल से पीएफ और ढ़ाई साल से ईएसआई का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है। अब मजबूर होकर उन्होंने धरने का रास्ता अपनाया है। साथ ही सरकार की ओर से जल्द उनका मानदेय नहीं दिया गया तो वे अनिश्चितकालीन धरना जारी रखेंगे और गांवों में सफाई का कार्य भी बंद रहेगा।
उन्होंने कहा कि ग्रामीण सफाई कर्मचारी पिछले 18 सालों से गांव में सफाई का कार्य कर रहे है। लेकिन फिर भी उन्हें समय पर मानदेय नहीं मिल रहा है जिससे उनके सामने भुखमरी के हालात बने हुए हैं। कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारी पहले दिपावली के मौके पर भी कर्मचारियों का मानदेय नहीं दिया गया था। तब भी कर्मचारियों द्वारा धरना दिया गया था तब अधिकारियों द्वारा मानदेय जारी किया गया था। अब फिर से होली के त्योहार पर ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को पिछले दो माह से मानदेय नहीं दिया गया है जिसको लेकर बीडीपीओ कार्यालय के सामने धरना शुरू करना पड़ा है। धरने पर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की गई। उनके अलावा कर्मचारी संजय जीतपुरा, रमेश, मनदीप, महेंद्र, राजबीर, जितेंद्र, पवन, शर्मिला, सूरजमुखी, राजबाला, सुनीता, रोशनी, राजबाला, रघुवीर, मनफूल इत्यादि मौजूद रहे।