(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। डा. भीमराव अम्बेडकर जनकल्याण समिति कारी आदू के संरक्षक मा. बलवंत सिंह की माता शांति देवी का 17 नवंबर 2024 को देहांत हो गया, जिसकी आयु 83 वर्ष थी जिस पर स्वजनों ने वर्षो से चल रही सामाजिक कुरीतियों को दूर करते हुए मृत्युभोज पर पूर्णतया रोक लगाने का फैसला लिया।
समिति सदस्य फोरमैन राजेश कुमार ने बताया कि इस से पूर्व वृद्ध की मौत पर जो परम्परा चलती आ रही है कि मृत्यु के बाद गंगा में उनके शरीर कि अस्थियों को बहा दिया जाता था। इस समस्त परिवार ने शोक सभा के लिए इकठ्ठा हो कर निर्णय लिया कि जो परम्परा पहले से चली आ रही है उसे बंद किया जाये इसकी बजाय जो खर्च है उसको लाइब्रेरी, स्कूल, शिक्षा, सार्वजनिक स्थान पर पौधारोपण जैसे सामाजिक कार्यों पर लगाया जाएगा।
इस सभा में पूर्व सरपंच महावीर नंबरदार, पूर्व सरपंच रामकिशन, मास्टर बलवंत सिंह, नेतराम, प्रभुदयाल, रोशनलाल, लोकराम, बलवान, सुरेंदर काला, रामबीर काला,भगत सिंह,अशोक कुमार, कुमार, हवलदार कर्मपाल काला,डॉ विपिन कुमार काला, डॉ विवेक कुमार काला , संदीप कुमार काला,प्रधान राकेश सेन इत्यादि मौजूद थे। इस फैसले का डॉ भीमराव अम्बेडकर जनकल्याण समिति कारी आदू व डॉ भीमराव अम्बेडकर समाज कल्याण ट्रस्ट बाढड़ा के प्रधान महाबीर खिच्ची कारी मोद, बेगराज साहब, भरत सिंह साहब, जले सिंह साहब, सुरेश फोरमैन, राजेश फोरमैन, सरवन मोद व अनिल पेंटर ने आभार व्यक्त किया।