- मंत्रियों, विधायकों का अधिकारियों से सामंजस्य नहीं होने से विकास हुआ बाधित: सोमवीर
(Charkhi Dadri News) बाढड़ा। प्रदेश सरकार के मंत्रियों, विधायकों का सरकार के अधिकारियों कर्मचारियों में सामंजस्य न होने से बाढड़ा हलका विकास के मामले में पीछे जा रहा है। सौ दिन की सरकार में अभी तक एक बार भी कोई कैबिनेट मंत्री या किसी वरिष्ठ नौकरशाह ने उपमंडल पहुंचने की जहमत नहीं उठाई उल्टे विकास के लिए बजट मिलना तो केवल कागजी घोषणाएं हैं। चुने हुए जनप्रतिनिधि अधिकारियों पर दबाव बनाने की बजाए उनको पर्याप्त बजट व युवाओं को रोजगार मुहैया करवाए ताकि आमजन को सुविधा मिल सके।
यह बात पूर्व विधायक व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सोमवीर सिंह ने हलके के जनसंपर्क अभियान के दौरान कही। उन्होंने कहा कि बाढड़ा क्षेत्र के किसानों को छह करोड़ की राशी जमा करवाने के बाद भी कनेक्षन जारी नहीं किया गया वहीं उपमंडल के किसानों को बिजली विभाग से कोई उपकरण नहीं मिल रहा है। ओलावृष्टि प्रभावित किसानों को पोर्टल पर पंजीकरण करने की बजाए धरातल पर स्पेशल गिरदावरी के माध्यम से रिपोर्ट तैयार करवा कर किसानों को उनके नुकसान की भरपाई करवानी चाहिए। आज सरकार में सत्तासीन नेता कालेजों में रिक्त पदों पर स्थाई तैनाती को लेकर मूकदर्शक बने हुए है क्षेत्र के छात्र छात्राओं को उच्च शिक्षा मिलना केवल ढोंग नजर आ रहा है।
भाजपा के जातिवाद व विकास के झूठे सपने दिखाने के बाद भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बहुत मेहनत से चुनाव लडा
उन्होंने कहा कि रबी सीजन के लिए डीएपी व उन्नत बीज की किल्लत किसी से छिपी नहीं है। सरकार जिन 24 हजार युवकों को रोजगार देने का दावा कर रही है उनमें से दस हजार तो पहले से नियुक्त कर्मचारी थे जिन्होंने पहले मिली नौकरी छोड़ी है। भाजपा की नीतियां बेरोजगारी को दूर करने की बजाए युवाओं का शोषण कर रही है। कांग्रेस पार्टी छतीस बिरादरी के कल्याण करने वाली विचारधारा की पार्टी है। भाजपा के जातिवाद व विकास के झूठे सपने दिखाने के बाद भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बहुत मेहनत से चुनाव लडा।
उन्होंने कहा कि भाजपा किसान व नौजवान से झूठ बोलकर सत्ता में आई है जिससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में उदासी ना पैदा हो। सभी कार्यकर्ता एकजुटता से सरकार के गलत फैसलों का विरोध करें और पार्टी को मजबूत करें। उनके अलावा छात्रनेता विजय मोटू, सरपंच सुरेश धनासरी, सरपंच बिजेन्द्र ढिल्लू, मुन्ना हुई, राजकुमार जेवली, पूर्व सरपंच वेदप्रकाश काकड़ौली, आनंद वालिया, पूर्व बीईओ करणसिंह श्योराण, विजय हंसावास, नवीन बाढड़ा, मनोज जेवली, रामफल रांगी, अतरसिंह काकड़ौली, समुंद्र काकड़ौली, संदीप ढाणी सुरजा,संदीप गोपी इत्यादि मौजूद रहे।