(Charkhi dadari News) चरखी दादरी। कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों और सेवाओं की पहुंच के साथ-साथ गुणवत्ता में सुधार सुनिश्चित करने के लिए शुरू की गई पीएम विश्वकर्मा योजना के कार्यान्वयन में तेजी लाने के लिए निर्देश देते हुए एडीसी विश्वजीत चौधरी ने योजना से संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश दिए। बैठक में पारंपरिक व्यवसायों में लगे कारीगरों और शिल्पकारों तक इसका लाभ पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के निर्बाध और कुशल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने की अनिवार्य आवश्यकता को लेकर चर्चा हुईं।
बैठक में एडीसी ने कहा कि इस योजना के जरिए 18 चिन्हित ट्रेडों में शामिल लोगों की सहायता की जाएगी। यह योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका विकास के अनुरूप है। एडीसी ने लाभार्थियों के नामांकन में तेजी लाने, त्वरित सत्यापन और निर्बाध पंजीकरण प्रक्रियाओं में जिला प्रशासन के संबंधित अधिकारियों की भूमिका के महत्व को रेखांकित किया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पात्र व्यक्ति प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत लाभ पहुंच सकें।
पीएम-विश्वकर्मा योजना में 18 हस्त व्यवसायों को शामिल किया गया : एडीसी विश्वजीत चौधरी
एडीसी विश्वजीत चौधरी ने बताया कि पीएम-विश्वकर्मा योजना में 18 हस्त व्यवसायों को शामिल किया गया है। जिनमें सुनार, नाव बनाना, शस्त्राकार, लुहार, हथौड़ा व लोहे के औजार बनाना, ताला बनाना, सुनार, कुंभकार, मूर्तिकार, मोची, राजमिस्त्री, टोकरी, चटाई बनाना, गुडिय़ा व खिलौने बनाना, बारबर, धोबी, दर्जी और मछली पकडऩे के जाल बनाने का काम शामिल है।
योजना में विभिन्न व्यावसायों से जुड़े दस्तकारों को प्रशिक्षण, टूल किट व बैंक लोन की सुविधा प्रदान की जाएगी
इस योजना में विभिन्न व्यावसायों से जुड़े दस्तकारों को प्रशिक्षण, टूल किट व बैंक लोन की सुविधा प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस योजना में कारीगर को पहले पीएम विश्वकर्मा.जीओवी.इन पोर्टल पर अपना पंजीकरण करवाना होगा। पंजीकरण करवा चुके आवेदकों का फिजिकल वेरिफिकेशन ग्राम और शहर स्तर पर किया जाएगा। उन्होंने सभी खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्टेज 2 के तहत दर्जी व राज मिस्त्री के सभी आवेदनो का वेरिफिकेशन 25 नवंबर तक पूरा कर लिया जाए और उसकी रिपोर्ट एडीसी कार्यालय में सूचित किया जाए व यह भी निर्देश दिए गये की जो आवेदन ग्राम सरपंच स्तर पर लंबित है उन्हें भी 25 नवंबर तक पूरा कर लिया जाए
एडीसी ने बताया कि छोटे कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पहले एक लाख रुपये का लोन दिया जाएगा, जिसको 18 महीनों में पांच प्रतिशत की ब्याज दर से चुकाया जाना है।
बैंक ऋण की अदायगी के बाद इन कारीगरों को दोबारा ट्रेनिंग दिलवाई जाएगी। ट्रेनिंग में हर रोज 500 रुपये का स्टाइफंड दिया जाएगा। तदोपरांत दो लाख रुपये का लोन मिलेगा, जिसकी अदायगी तीस माह में की जानी है। इस दौरान कारीगरों को बाजार से जोडऩे का भी प्रयास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि योजना पांच साल के लिए है और पहले साल में देशभर के तीस लाख कारीगरों को इससे जोड़े जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
श्रीमती रचना त्रिपाठी, सहायक निदेशक रूस्रूश्व भारत सरकार ने बताया गया कि कुरुक्षेत्र में भारत सरकार के रूस्रूश्व, विकास कार्यालय द्वारा प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के कारीगर के लिए 29 नवंबर से लेकर 1 दिसम्बर तक गीता जयंती, कुरुक्षेत्र में प्रदर्शनी सह व्यापार मेले का आयोजन, गुलजारी लाल नंदा स्मारक, ब्रह्म सरोवर, अर्जुन चोक कुरुक्षेत्र में किया जा रहा है7 इस प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना कारीगरों को 500 रूपए. प्रतिदिन व 1000 रु. आने जाने का खर्च भी दिया जायेगा 7 जो कारीगर इस प्रदर्शनी में भाग लेना चाहते है वे श्रीमती रचना त्रिपाठी, सहायक निदेशक रूस्रूश्व भारत सरकार 8684043458 पर संपर्क कर सकते है। बैठक में उप निदेशक संदीप, जिला रूस्रूश्व केंद्र, द्वारा प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत आवेदनों का विस्तार से अवगत करवाया 7 बैठक में श्री सतेंदर परमार, डोमेन एक्सपर्ट, श्री सुनील डोमेन एक्सपर्ट, श्री ऋषभ सिंघल, बी डी पी ओ, बौंद व च. दादरी श्रीमती रचना त्रिपाठी, सहायक निदेशक रूस्रूश्व भारत सरकार, राजवर्धन, मुख्य अग्रणी जिला प्रबंधक व अन्य सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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