(Charkhi Dadari News) बाढड़ा। नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत द्वारका क्लस्टर के स्कूलों में छात्रों को स्वयंसेवक शिक्षक वीटी बनने के लिए प्रेरित किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य 15 वर्ष से अधिक आयु के निरक्षरों को साक्षर बनाकर उनको शैक्षणिक मुख्यधारा में शामिल करना है।

शिक्षा के महत्व और समाज में इसके प्रभाव को विस्तार से समझाया हरपाल आर्य ने

राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय काकडौली हुक्मी में उल्लास जिला समन्वयक हरपाल आर्य ने छात्रों को संबोधित करते हुए शिक्षा के महत्व और समाज में इसके प्रभाव को विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल पढऩे-लिखने का माध्यम नहीं, बल्कि यह व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का जरिया है। स्वयंसेवक शिक्षक बनने के लिए उन्होंने छात्रों को आगे आकर अपने योगदान देने का आह्वान किया।

कार्यक्रम के दौरान हरपाल आर्य ने नव भारत साक्षरता अभियान की रूपरेखा प्रस्तुत की और इसके तहत स्वयंसेवक शिक्षकों की भूमिका पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह अभियान समाज के उन वर्गों को मुख्यधारा में लाने का प्रयास है, जो शिक्षा से वंचित रह गए हैं। उन्होंने छात्रों को समझाया कि यह केवल सामाजिक दायित्व नहीं, बल्कि व्यक्तिगत जिम्मेदारी भी है। इस पहल के तहत छात्र वीटी के रूप में 15 वर्ष से अधिक आयु के निरक्षरों को पढ़ाने का काम करेंगे। इस कार्य के लिए उन्हें आवश्यक प्रशिक्षण और ऑनलाइन संसाधन प्रदान किए जाएंगे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्रों ने भाग लिया और इस अभियान का हिस्सा बनने की उत्सुकता दिखाई। उन्होंने अपनी जिम्मेदारी समझते हुए साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए संकल्प लिया। इस अवसर पर विद्यालय प्रभारी विजयपाल, नरेश कुमार, मुकेश कुमार, सुरेश कुमार, जगदीश आदि उपस्थित रहे।

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