
(Charkhi Dadari News) बाढड़ा। महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर ब्रह्माकुमारीज झोझूकलां सेवाकेंद्र के तत्वावधान में शिव संदेश सद्भावना यात्रा एवं झांकीयों का आयोजन किया गया जिसमें परमात्मा शिव की झांकी तथा कलश यात्रा विशेष आकर्षण का केंद्र रही जिसका शुभारंभ झोझूकलां महिला कॉलेज शिक्षा समिति के नवनिर्वाचित अध्यक्ष सुरेंद्रपाल, सचिव सुशील सांगवान, कोषाध्यक्ष मांगेराम साहब, क्षेत्रीय प्रभारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन, ब्रह्माकुमारी ज्योति बहन ने शिव ध्वज दिखाकर व दीप प्रज्वलन कर किया।
इस अवसर पर 89 वीं त्रिमूर्ति शिव जयंती के उपलक्ष में परमात्मा शिव की स्मृति में शिव ध्वजारोहण का कार्यक्रम भी रहा। राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी वसुधा बहन ने कहा कि आज समाज में चारों तरफ ईष्र्या, द्वेष, घृणा के कारण दुख, अशांति, पापाचार, भ्रष्टाचार दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है जिसके कारण हमारे आपसी संबंध टूट रहे हैं भ्रातृत्व की भावना समाप्त होती जा रही है जो एक चिंता का विषय है अगर हम अपने भारत देश एवं समाज को दिव्य व स्वर्णिम बनाना चाहते हैं तो जीवन में आध्यात्मिक व मानवीय मूल्यों को अपनाना होगा। बतौर मुख्य अतिथि सुरेंद्रपाल ने कहा कि शिव संदेश यात्रा से समाज में सकारात्मक परिवर्तन अवश्य आएगा अध्यात्म हमारी भारतीय संस्कृति का मूल है। उन्होंने कहा की ब्रह्माकुमारी बहनें का त्याग तपस्या और सेवा से सामाजिक और मानवीय मूल्यों की स्थापना होगी। जिससे हमारा समाज हमारे संबंध श्रेष्ठ होंगे।
झोझूकलां सेवाकेंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी ज्योति बहन ने कहा कि आज मानव भौतिक संसाधनों में इतना फंस गया है कि वह स्वयं के कर्तव्य अधिकारों के साथ परमपिता परमात्मा को भी भूल गया है। जिसके कारण ही हमारे सामाजिक पारिवारिक मानवीय मूल्य खत्म होते जा रहे हैं आज आवश्यकता है हम कुछ समय स्वचिंतन व परमात्म चिंतन में लगाएं इसके लिए राजयोग मेडिटेशन को दैनिक दिनचर्या का हिस्सा अवश्य बनाएं।
ब्रह्माकुमारी नीलम बहन ने महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर नशा मुक्त बनने के लिए कहा कि केवल एक नारायणी नशे में ही फायदा है बाकी बीड़ी, सिगरेट, शराब आदि से हमारा स्वास्थ्य तो खराब होता ही है लेकिन मानसिक स्थिति भी बिगड़ती है। जिससे हमारी निर्णय शक्ति कमजोर पड़ती है और तभी सामाजिक समस्याएं हमें घेरे रहती हैं इसलिए हमें आध्यात्मिकता को जीवन में धारण कर परमपिता परमात्मा शिव से शक्ति प्राप्त करें अपनी सोच को सकारात्मक एवं शक्तिशाली बनाना चाहिए। इस अवसर पर परमात्मा शिव की झांकी विशेष आकर्षण का केंद्र रही तथा ब्रह्माकुमार भाई बहनों शिव ध्वज व स्लोगन लिखी हुई पटिया व दिव्य गीतों के माध्यम से लोगों को सद्भावना का पाठ पढ़ाया। शिव संदेश यात्रा ने झोझू कलां के मेन बाजार होते हुए गांव की मुख्य मार्गों में संदेश दिया।
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