Chardham Yatra 2024: गंगोत्री धाम के कपाट बंद, कल केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट होंगे बंद

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Chardham Yatra 2024: गंगोत्री धाम के कपाट बंद, कल केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट होंगे बंद
Chardham Yatra 2024: गंगोत्री धाम के कपाट बंद, कल केदारनाथ और यमुनोत्री धाम के कपाट होंगे बंद
  • कल अपने मायके मुखबा पहुंचेगी गंगा की डोली

Uttrakhand Chardham News, (आज समाज), देहरादून: दिवाली के साथ ही गोवर्धन पूजा (Govardhan Puja)) के दिन सबसे पहले मां गंगा के गंगोत्री धाम (Gangotri Dham) के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गए। इस अवसर पर धाम में हजारों श्रद्धालु मौजूद रहे। बाबा केदारनाथ (Baba Kedarnath) और यमुनोत्री धाम (Yamunotri Dham) के कपाट भैया दूज के दिन रविवार को शीतकाल के लिए बंद होंगे।

श्रद्धालुओं ने लगाए मां गंगा के जयकारे 

गंगोत्री धाम के कपाट बंद करने के लिए सुबह से मंत्रोच्चारण के साथ पूजन किया गया। इस दौरान धाम परिसर में मौजूद श्रद्धालुओं ने मां गंगा के जयकारे लगाए। बड़ी संख्या में इलाके के लोग भी मां गंगा को उनके शीतकालीन प्रवास के लिए विदाई देने के मकसद से धाम पहुंचे थे। अभिजीत मुहूर्त में आज 12.14 मिनट पर गंगोत्री धाम के कपाट बंद किए गए।

कई श्रद्धालु भावुक हो गए

मां गंगा को उनके धाम से मुखबा के लिए रवाना करते समय कई श्रद्धालु भावुक हो गए। श्री पांच गंगोत्री मंदिर कमेटी के सेक्रेटरी सुरेश सेमवाल ने बताया कि कपाट बंद होने के बाद मां गंगा की उत्सव मूर्ति को पुलिस सुरक्षा के बीच मुखबा गांव के लिए रवाना किया गया। बड़ी संख्या में भक्त भी मां गंगा की डोली के साथ-साथ चलते गए।

इस मौके पर आर्मी बैंड के साथ ही मां गंगा के जय-जयकारों से इलाका गुंजायमान हो गया। मां गंगा का रात्रि विश्राम मां चंडी देवी (मार्कण्डेय पूरी) मन्दिर में था। भैयादूज के पर्व पर रविवार को मां गंगा की उत्सव डोली अपने मायके मुखबा (मुखीमठ) पहुंचेगी। इसके बाद श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन व पूजा-अर्चना शीतकालीन पड़ाव मुखबा स्थित गंगा मंदिर में कर सकेंगे। मां गंगा की भोग मूर्ति 6 माह सोमेश्वर देवता के साथ मुखबा में रहेंगी।

यमुनोत्री धाम के कपाट बंदी की तैयारियां जारी

मां यमुना के यमुनोत्री धाम के कपाट बंद करने के लिए भी तैयारियां की जा रही हैं। शुभमुहूर्त में कल दोपहर 12 बजकर 5 मिनट पर यमुनोत्री धाम के कपाट बंद किए जाएंगे। इसके बाद मां यमुना की उत्सव मूर्ति पुलिस सुरक्षा के बीच खरसाली गांव के लिए रवाना होगी। अगले छह महीने तक वहीं पर श्रद्धालु मां यमुना के दर्शन कर सकेंगे।

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