Chandrayaan-3 Mission: रोवर प्रज्ञान ने पहली बार दक्षिण ध्रुव पर खोजी आक्सीजन

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Chandrayaan-3 Mission
रोवर प्रज्ञान ने पहली बार दक्षिण ध्रुव पर खोजी आक्सीजन

Aaj Samaj (आज समाज), Chandrayaan-3 Mission, बेंगलुरु: चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग के बाद भी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) को इस मिशन में लगातार कामयाबी मिल रही है। इसरो द्वारा चंद्रयान-3 के रोवर प्रज्ञान के बारे में किए गए ताजा अपडेट के अनुसार पहली बार रोवर प्रज्ञान ने दक्षिण ध्रुव पर आॅक्सीजन की खोज की है और हाइड्रोजन की तलाश में वह जुटा है।

सोलर मिशन भी दो सितंबर को लॉन्चिंग के लिए तैयार

इसरो ने सोलर मिशन यानी सूर्य मिशन आदित्य- एल1 की लॉन्चिंग पर कहा है कि लॉन्च रिहर्सल और रॉकेट की आंतरिक जांच पूरी हो चुकी है और यह लांचिंग के लिए तैयार है। आगामी दो सितंबर की सुबह 11:50 मिनट पर श्रीहरिकोटा स्पेस सेंटर से सूर्य मिशन की लॉन्चिंग की जानी है।

दक्षिणी ध्रुव पर उतरे हुए विक्रम लैंडर की पहली फोटो ली

रोवर प्रज्ञान पर ताजा अपडेट में इसरो ने बताया बुधवार सुबह प्रज्ञान रोवर ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरे हुए विक्रम लैंडर की पहली फोटो भी ली है। इसरो ने फोटो जारी कर बताया कि रोवर ने बोर्ड नेविगेशन कैमरा विक्रम लैंडर की तस्वीर ली। इससे ने मंगलवार को बताया था कि चांद पर आॅक्सीजन के अलावा एल्युमिनियम, कैल्शियम, आयरन, क्रोमियम, टाइटेनियम, सिलिकान और मैगनीज भी मिल चुका है।

सल्फर की मौजूदगी की पुष्टि

अधिकारियों ने कहा कि रोवर प्रज्ञान के पेलोड लेजर इनड्यूज्ड ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप (एलआईबीएस) ने उम्मीद के मुताबिक चांद की सतह पर सल्फर की मौजूदगी की पुष्टि की है। आर्बिटर ने कुछ तत्वों की मौजूदगी के संकेत दिए थे, लेकिन आॅर्बिटर पर लगे उपकरणों से सल्फर की मौजूदगी की पुष्टि संभव नहीं हो सकी थी। इसरो के अनुसार, एलआईबीएस वैज्ञानिक तकनीक है, जो पदार्थों को लेजर की तीव्र किरणों के संपर्क में लाकर उनकी संरचना का विश्लेषण करती है। गौरतलब है कि चंद्रयान-3 के लैंडर मॉड्यूल (एलएम) ने 23 अगस्त को शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा की सतह पर साफ्ट लैंडिंग की थी।

जल्द मिलने वाली है सबसे बड़ी खुशखबरी : प्रज्ञान रोवर

रोवर प्रज्ञान ने चंद्रमा से संदेश भेजकर बताया है कि वह पूरी तरह से फिट है और चांद के रहस्यों से पर्दा हटाने के लिए लक्ष्य पर आगे बढ़ रहा है। इसरो ने मंगलवार को एक्स पर प्रज्ञान रोवर द्वारा भेजा संदेश भी साझा किया। अपने संदेश में रोवर कहा रहा है, नमस्कार पृथ्वीवासियों! मुझे आशा है कि आप ठीक होंगे।

मैं हर किसी को बताना चाहता हूं कि मैं चंद्रमा के रहस्यों को उजागर करने के रास्ते पर हूं। मैं और मेरे दोस्त विक्रम लैंडर एक दूसरे के संपर्क में हैं और जल्द सबसे बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है। इससे पहले प्रज्ञान को 27 अगस्त को अपने स्थान से तीन मीटर आगे चार मीटर व्यास वाला गड्ढा दिखा था। हालांकि, इसरो के विज्ञानियों ने रोवर को समय रहते रास्ता बदलने का निर्देश दिया था।

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