Aaj Samaj (आज समाज), Chandrayaan-3 Landing, नई दिल्ली: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के महत्वकांक्षी मून मिशन चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग हो गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो को कामयाबी के लिए बधाई दी है। चंद्रयान -3 विक्रम लैंडर मॉड्यूल निर्धारित समय पर आज शाम 6:04 मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा। इसके बाद चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया।
- चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला भारत पहला देश
पीएम मोदी ने लहराया तिरंगा
बेंगलुरु में इसरो मुख्यालय के अधिकारियों ने कामयाबी पर खूब तालियां बजाईं। पीएम मोदी लैंडिंग के समय 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे थे। दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में यह सम्मेलन हो रहा है। मोदी ने चंद्रयान -3 लैंडर मॉड्यूल लाइव टेलीकास्ट देखा और जैसे ही टचडाउन हुआ, उन्होंने बड़ी मुस्कान दिखाई और तिरंगा लहराया।
20 मिनट में चंद्रमा की अंतिम कक्षा से 25 किमी का सफर पूरा
विक्रम लैंडर ने 20 मिनट में चंद्रमा की अंतिम कक्षा से 25 किमी का सफर पूरा किया। लैंडर को धीरे-धीरे नीचे उतारा गया। पांच बजकर 30 मिनट पर शुरुआत में रफ लैंडिंग काफी हद तक कामयाब रही। इसके बाद पांच बजकर 44 मिनट पर लैंडर ने वर्टिकल लैंडिग की। तब चंद्रमा से उसकी दूरी तीन किलोमीटर रह गई थी। आखिर लैंडर ने छह बजकर 4 मिनट पर चांद पर पहला कदम रखा।
चांद के किसी भी हिस्से में यान उतारने वाला भारत चौथा देश
भारत इस सफलता के बाद चांद के किसी भी हिस्से में यान उतारने वाला दुनिया का चौथा देश भी बन गया है। इससे पहले अमेरिका, सोवियत संघ और चीन को ही यह सफलता मिली है।
अब प्रज्ञान रोवर के बाहर आने का इंतजार
अब सभी को विक्रम लैंडर से प्रज्ञान रोवर के बाहर आने का इंतजार है। धूल का गुबार शांत होने के बाद यह बाहर आएगा। इसमें लगभग एक घंटा 50 मिनट लगेंगो। इसके बाद विक्रम और प्रज्ञान एक-दूसरे की फोटो खींचेंगे और पृथ्वी पर भेजेंगे।
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