Haryana News: विधानसभा में चंद्रमोहन हो सकते है विपक्ष के नेता

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विधानसभा में चंद्रमोहन हो सकते है विपक्ष के नेता
Haryana News: विधानसभा में चंद्रमोहन हो सकते है विपक्ष के नेता

पंचकूला से विधायक चुने गए है चंद्रमोहन
सैलजा के है करीबी, गैर जाटों को साधने का प्रयास
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा में कांग्रेस के पक्ष में माहौल के कारण मिली करारी हार के कारण कांग्रेस हाईकमान अब हुड्डा को किनारे कर सकता है। क्योंकि ज्यादातर कांग्रसियों का मानना है कि हुड्डा ही हरियाणा में कांग्रेस की हार का कारण बने है। हुड्डा के कारण की गैर जाट वोटर्स कांग्रेस से दूर होकर भाजपा के पाले में चला गया। जिस कारण सरकार बनाने के सपने देख रही कांग्रेस को सिर्फ हार ही मिली। कांग्रेस पिछले 10 साल से सत्ता से बाहर है। भूपेंद्र हुड्डा की अगुवाई में तीन विधानसभा चुनाव लड़े जा चुके है। लेकिन तीनों चुनावों में कांग्रेस को हार का मुंह देखना पड़ा। राजनीतिक जानकारों का मानना हैै ही हुड्डा ने खुद को केवल जाटों के नेता के रूप में मजबूत किया है। जिसकारण कांग्रेस का गैर जाट वोटर्स भाजपा की तरफ चला गया।

अब कांग्रेस अपनी इस छवि मिटाना चाहती है। इसलिए कांग्रेस हाईकमान ने एक ऐसे ही विधायक को विपक्ष के नेता का पद देने का मन बनाया है। कांग्रेस विधानसभा में पंचकूला विधायक चंद्रमोहन को विपक्ष का नेता बना सकती है। चंद्रमोहन पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे है। पूर्व में वह डिप्टी सीएम भी रह चुके है। अगर चंद्रमोहन को विपक्ष को नेता बनाया जाता है तो यह हुड्डा गुट के लिए एक बड़ा झटका होगा। हालांकि चंद्रमोहन हुड्डा गुट से नहीं है ऐसे में अगर उनको विधायक दल का नेता बनाया गया तो हुड्डा गुट के नेता विरोध कर सकते हैं। लेकिन दिल्ली में हुई बैठक में राहुल गांधी ने संकेत दे दिए हैं कि पार्टी अब कुछ सख्त कदम उठा सकती है। हरियाणा कांग्रेस में अब हाईकमान बड़े बदलावों की ओर देख रहा है और इसकी शुरूआत विधायक दल के नेता, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष और कांग्रेस प्रभारी के बदलाव से की जा सकती है।

पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे है चंद्रमोहन

चंद्रमोहन बिश्नोई पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे है। हरियाणा में भजनलाल को 36 बिरादरी का नेता माना जाता था। भजनलाल ने गैर जाट वोटर्स को हमेशा अपने पाले में रखा। यहीं कारण है कि कांग्रेस भी चंद्रमोहन को विपक्ष का नेता बनाकर यह दांव खेल सकती है। चंद्रमोहन पहली बार 1993 में कालका से विधायक बने थे। 2005 में वह डिप्टी सीएम के पद पर भी रहे। चंद्रमोहन को सैलजा का करीबी माना जाता है।

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