Chandigarh News: चंडीगढ़,: देश में पहली स्वदेशी सर्जिकल रोबोटिक टेक्नोलॉजी के डेवलपर और भारत में निर्मित एसएसआई मंत्रा सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम बनाने वाली कंपनी एसएस इनोवेशन्स ने मात्र दो दिनों में दुनिया की दो पहली रोबोटिक कार्डियक टेलीसर्जरियों को सफलतापूर्वक अंजाम देकर विश्वस्तरीय चिकित्सा जगत में इतिहास रच दिया है, कंपनी ने ऐसी उपलब्धि हासिल की है, जो अब तक हासिल नहीं की गई थी। एसएसआई मंत्रा 3 सर्जिकल रोबोटिक सिस्टम की मदद से यह संभव हो पाया, जिसमें 286 किलोमीटर की दूरी पर स्थित गुरूग्राम में एसएस इनोवेशन्स का मुख्यालय और जयपुर में मणिपाल हॉस्पिटल्स कनेक्टेड बने रहे। इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने ऐसे भविष्य का मार्ग प्रशस्त किया है, जहां आधुनिक सर्जिकल टेक्नोलॉजी सुलभ एवं प्रभावी ग्लोबल हेल्थकेयर का अभिन्न हिस्सा बन जाएगी।
इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर खुशी ज़ाहिर करते हुए एसएस इनोवेशन्स के संस्थापक, चेयरमैन और सीईओ डॉ सुधीर श्रीवास्तव ने कहा, हमें गर्व है कि हमने मानवता को लाभ पहुंचाने के लिए सर्जरी की क्षमता को आधुनिक बनाया है, इससे खासतौर पर सुदूर इलाकों के मरीज़ों को लाभ होगा, जो आधुनिक चिकित्सा सेवाओं से वंचित रह जाते हैं। टेलीसर्जरी के द्वारा हम किसी भी इलाके में स्थित मरीज़ों को सर्वोच्च गुणवत्ता की देखभाल मुहैया कराना चाहते हैं। भारत जैसे देश में जहां बड़ी संख्या में ग्रामीण आबादी है और भोगोलिक सीमाएं इलाज में रूकावट बन जाती हैं, यह इनोवेशन बदलावकारी साबित होगा। टेलीसर्जरी वंचित समुदायों के लिए विश्वस्तरीय सर्जिकल विशेषज्ञता को सुलभ बनाएगी। साथ ही ग्रामीण लोगों को इलाज के लिए लम्बी दूरी तय कर शहरों में आने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। इससे परिवारों पर लॉजिस्टिक और इलाज के खर्च का बोझ कम होगा। हम आधुनिक सर्जिकल केयर को अधिक किफ़ायती और सुलभ बनाना चाहते हैं। टेलीसर्जरी के माध्यम से हम कुशल सर्जनों की सेवाओं को देश के हर कोने तक पहुंचा सकेंगे और चिकित्सा सेवाओं की सुलभता का तरीका पूरी तरह से बदल देंगे।