Chandigarh News: जीरकपुर शहर में जितनी तेजी से अवैध निर्माण हो रहे हैं उतनी तेजी से तो जायज निर्माण भी नहीं हो रहे। अब तो देखने में ऐसा लग रहा है की यह शहर अवैध निर्माण का शहर ही बन गया है चारों तरफ पहले तो तीन से चार मंजिला रिहायशी इमारतें बन रही थी लेकिन अब अवैध निर्माण कर्ता इतनी शक्तिशाली हो गए के अब निर्माण पांच मंजिल तक भी पहुंचने लग गए और अवैध निर्माणकर्ताओं के सामने नगर कौंसिल अधिकारियों की ताकत छोटा पड़ने लगी है इसके पीछे क्या कारण हो सकता है यह तो या तो निर्माण कर्ता बता सकते हैं अथवा नगर कौंसिल के अधिकारी ही बता सकते हैं लेकिन लोगों द्वारा सीधे तौर पर नगर कौंसिल अधिकारियों पर भ्रष्टाचार तथा मिली भगत के आरोप काफी लंबे समय से लगाए जा रहे हैं।
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार आए हुए 3 साल होने वाले हैं और जब यह सरकार आई थी तब से पंजाब में यह प्रचार किया जा रहा है कि सरकार द्वारा भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसके विपरीत जीरकपुर शहर में लोगों द्वारा अनेकों बार नगर कौंसिल जीरकपुर के छोटे से लेकर बड़े अधिकारी तथा कर्मचारियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जा चुके हैं लेकिन आज तक यहां पर कोई जांच नहीं हुई। लोगों का कहना है कि अगर यहां पर ईमानदारी से छोटे से लेकर बड़े अधिकारी तथा कर्मचारियों की बारीकी से जांच की जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो सकता है। लोगों का कहना है कि पिछले समय में जीरकपुर में तैनात एक कार्यकारी अधिकारी की जांच हुई थी जिन्होंने अपने तथा अपने परिवार के नाम पर नाजायज कमाई से करोड़ों रुपए की बनाई गई संपत्ति का खुलासा हुआ था और उन्हें जेल यात्रा भी करनी पड़ी थी। इसके बाद यहां पर किसी भी तरह की जांच नहीं हुई तथा अवैध निर्माण की रफ्तार बढ़ती चली गई।