Chandigarh News: पंचकूला । सर्दियों का मौसम कैंसर मरीजों, विशेष रूप से कीमोथेरेपी या रेडिएशन उपचार ले रहे लोगों के लिए, अत्यधिक चुनौतीपूर्ण हो सकता है। कमजोर इम्यून सिस्टम और तापमान में गिरावट के कारण इन्फेक्शन और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा, ठंड से थकान, एनीमिया और न्यूरोपैथी जैसे साइड इफेक्ट्स भी बढ़ सकते हैं।
पारस हेल्थ पंचकूला के मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के निदेशक, डॉ. राजेश्वर सिंह ने कहा कि सर्दियों के दौरान कैंसर मरीजों को अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए। ठंडा मौसम, कमजोर प्रतिरोधक क्षमता और इलाज के साइड इफेक्ट्स का मिला-जुला असर मरीजों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। लेकिन सही सावधानियां अपनाकर इन जोखिमों को कम किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि कैंसर मरीजों को गर्म कपड़े पहनने, संतुलित आहार लेने, हल्का व्यायाम करने और अच्छी स्वच्छता बनाए रखने की सलाह दी जाती है। ठंड से बचने के लिए दस्ताने, टोपी और मोज़ों का इस्तेमाल करें। मरीजों को संक्रमण से बचने के लिए भीड़-भाड़ वाले स्थानों से दूर रहना चाहिए और आवश्यक हो तो मास्क पहनना चाहिए। ठंड के प्रभाव को कम करने के लिए नियमित रूप से डॉक्टर से संपर्क करना और टीकाकरण जैसे सुरक्षात्मक उपायों पर चर्चा करना भी आवश्यक है।
डॉ. सिंह ने यह भी जोर दिया कि भावनात्मक स्वास्थ्य बनाए रखना जरूरी है। इसके लिए मरीजों को अपने दोस्तों और परिवार के साथ सामाजिक संपर्क बनाए रखना चाहिए, लेकिन यह ध्यान रखें कि भीड़भाड़ वाली जगहों से बचें। हल्की शारीरिक गतिविधि ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने और ठंड से जुड़े जोखिमों को कम करने में मदद कर सकती है। सही देखभाल और डॉक्टर की सलाह के साथ, कैंसर मरीज ठंड के मौसम में अपने स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता को बनाए रख सकते हैं। नियमित बातचीत और सावधानियों के साथ, यह मौसम मरीजों के लिए सुरक्षित और प्रबंधनीय हो सकता है।