Chandigarh News : एक सप्ताह के अंदर झोपड़िया हटाने के थे आदेश 3 महीने जाने के बाद भी नहीं कोई कार्रवाई 

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Chandigarh News|जीरकपुर : अपनी खाली जगह व प्लाट में अज्ञात लोगों को झुग्गी-झोपड़ी बनाकर रहने के लिए जगह देने वालों को नगर परिषद जीरकपुर द्वारा 25 सितंबर को एक नोटिस जारी कर झुग्गियां हटाने के निदेश दिए गए थे। जानकारी अनुसार नगर परिषद ने चार ;लोगों को नोटिस दिया था। नगर परिषद ने परविंदर सिंह, मान सिंह, पमी और जसपाल नाम के व्यक्ति को नोटिस देकर एक सप्ताह के अंदर झुग्गियां हटाने को कहा था। नोटिस में लिखा गया था कि यहां जो भी झुगियां बनाई गई है वे सरासर गलत है। इसको जल्द से जल्द हटा दिया जाए। नोटिस की कॉपी जीरकपुर पुलिस को भी दी गई है।
जानकारी के अनुसार जीरकपुर में 3000 से 5000 झुग्गियां हैं। इन्हें हटाने के लिए कोई काम नहीं हो रहा है। कई जगह पर तो खाली प्लाटों में झुग्गी बना दी गई है और झुग्गियों में रहने वाले लोग वहीं गंदगी फैला रहे है जिससे आसपास रहने वाले दूसरे लोगों को परेशानी हो रही है। झुग्गी में बिजली का कनेक्शन चल रहा है लेकिन पावरकॉम इस तरफ ध्यान नहीं दे रहा है। अगर किसी झुग्गी- झोपडी में शॉर्ट-सर्किट या किसी कारण आग लगती है तो काफी नुकसान हो सकता है। झुग्गी में रहने वाले ज़्यदातर लोग प्रवासी मजदूर है जिनकी आज तक पुलिस वेरिफिकेशन तक नहीं हुई। ऐसे में यहां रहने कोई भी क्रिमनल बैकग्राउंड वाला व्यक्ति किसी भी वारदात को अंजाम देकर फरार हो सकता है। पुलिस भी कई ऐसे अपराधियों को पकड़ चुकी है जो किसी न किसी एरिया में बनी झुग्गी में रहते थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि रात के समय झुग्गियों में रहने वाले लोग हंगामा करते है और हुल्ल्डबाजी करते है, हर तरह का गलत काम झुग्गियों में होता है इसलिए इन्हे शहर से हटा देना चाहिए।

झुग्गी बनाकर किराए पर देना जमीन मालिकों को खेती करने से ज्यादा मुनाफे वाला

झुग्गी बनाकर किराए पर देना जमीन मालिकों को खेती करने से ज्यादा मुनाफे वाला साबित हो रहा है। इसलिए खेती करने की बजाय जमीन पर झुग्गियां बनाकर देने का चलन चल रहा हैं। एक एकड़ जमीन में 100 के करीब झुग्गियां बना दी जाती हैं और एक झुग्गी से 1500 से 2500 रुपये किराया लिया जाता है। मालिक को एक एकड़ जमीन से महीने में लाखों में किराया आ जाता है। इतना मुनाफा खेती में नहीं हो पाता।

यहां रहने वालों की नहीं होती पुलिस वेरिफिकेशन :::

झुग्गी में रहने वाले ज़्यदातर लोग प्रवासी मजदूर है जिनकी आज तक पुलिस वेरिफिकेशन तक नहीं हुई। ऐसे में यहां रहने कोई भी क्रिमनल बैकग्राउंड वाला व्यक्ति किसी भी वारदात को अंजाम देकर फरार हो सकता है। पुलिस भी कई ऐसे अपराधियों को पकड़ चुकी है जो किसी न किसी एरिया में बनी झुग्गी में रहते थे।
जिन लोगों की जमीन में झुग्गियां बनी हुई है उन्हें 3 महीने पहले नोटिस निकला था। नोटिस निकालने के बाद उनके द्वारा यहां से झुग्गियों नहीं हटाई गई, जिसके चलते उन्हें कई बार फोन पर संपर्क किया गया है। लेकिन उन्होंने इस संबंधी कोई तसल्ली बख्श जवाब नहीं दिया। इसलिए अब उनको दोबारा नोटिस जारी करने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।