Chandigarh News: चंडीगढ़ की राजनीतिक पार्टियों में सरदार बनने की लगी होड़

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Chandigarh News: चंडीगढ़ में कांग्रेस ,भाजपा और आम आदमी पार्टी में शहर का कौन बनेगा सरदार ।इस बात को लेकर चर्चा चल रही है ।दरअसल चंडीगढ़ में हाईकमान द्वारा चंडीगढ़ में किसी भी नेता को अहमियत नहीं दी गई है ।ऐसे में सभी पार्टी के नेता अपने आप को सरदार दिखाने की होड़ में लगे हुए हैं।

और रोज़ाना कई तरह के हथकंडे अपना रहे हैं ,ताकि वर्करों और शहर के अफ़सरों तक यह संदेश जाए कि उनके सर पर हाई कमान का हाथ है । हालाँकि असलियत में सभी के हाथ ख़ाली हैं और अपने आप को बड़ा दिखाने के लिए वह रोज़ाना सोशल मीडिया के अलावा कई तरह के ऐसे काम करते हैं ,ताकि लोगों और उनकी पार्टी के नेताओं को को इस बात की जानकारी मिलेगी कि वही शहर मे पार्टी के सरदार है।

आम आदमी पार्टी की आज तक नहीं बनी कार्यकारिणी

यदि बात की जाए आम आदमी पार्टी की तो चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी की आज तक कार्यकारिणी भी नहीं बनी है ।एक तरफ़ जहाँ पहले प्रेम गर्ग अपने आप को चंडीगढ़ आम आदमी पार्टी का इंचार्ज मानकर चल रहे थे ,लेकिन हाल ही में उन्होंने पंचकूला से विधानसभा चुनाव लड़ा था ।इसी दौरान यहाँ से संनी अहलूवालिया को ज़िम्मेदारी दी गई थी या नहीं दी गई थी लेकिन दोनों ही यह दिखाने का प्रयास कर रहे हैं की वहीं शहर में आम आदमी पार्टी के सरदार है ।दरअसल असलियत में दोनों के पास किस तरह की ज़िम्मेदारी है ।इस बात की जानकारी लोगों को आज तक पता नहीं लगी है।

भाजपा में भी लगी होड़

इन दिनों चंडीगढ़ भाजपा में भी सरदार बनने की होड़ लगी हुई है ।दरअसल पार्टी में सदस्यता अभियान की प्रक्रिया जारी है और ऐसे में सभी को लग रहा है कि चंडीगढ़ भाजपा का प्रधान बदलने वाला है और सभी प्रधान बनने के लिए अपने अपने हथकंडे अपना रहे हैं ।चंडीगढ़ भाजपा का अध्यक्ष बनने की रेस में लगे हुए हैं ।वहीं बात की जाए यदि सरदार बनने की तो भाजपा में सरदार बनने की होड़ भी लगी हुई है।एक तरफ़ जहाँ अरुण सूद अपने स्तर पर लोगों से जुड़कर सरदार बनने का प्रयास कर रहे हैं ।वहीं संजय टंडन एक भी मौक़ा नहीं गंवाना चाहते हैं ।जिससे वह लोगों को दिखा सके कि चंडीगढ़ भाजपा के सरदार वहीं है ।हालाँकि उनके पास हिमाचल का चार्ज है ।

इसके बावजूद वह चंडीगढ़ में लगातार सक्रिय हैं ।वहीं मौजूदा अध्यक्ष जितेंद्र मल्होत्रा ने पिछले दिनों केंद्र सरकार के कई मंत्रियों और भाजपा के बड़े नेताओं से मुलाक़ात कर यह दिखाने का प्रयास किया कि वही शहर के सरदार है। इसके अलावा चंडीगढ़ पूर्व सांसद और एडिशनल सॉलिसिटर जनरल सत्यपाल जैन का शहर में बहुत बड़ा आधार है और पार्टी उनको भी नज़र अंदाज़ नहीं कर सकती है ।सत्यपाल जैन ने चंडीगढ़ में पार्टी को मज़बूत किया है और उस समय सांसद का चुनाव दो बार जीता है जिसमें भाजपा का कोई नाम लेने वाला भी नहीं होता था ।उनके साथ लोग काफ़ी संख्या में जुड़े हुए हैं । जैन केंद्र नेतृत्व में काफ़ी पकड़ है ।वहीं हाई कमांड में उनकी अच्छी ख़ासी पैठ भी है। इसके अलावा कुछ दूसरी लाइन के नेता भी अपने आपको सरदार दिखाने की होड़ में लगे हुए हैं।

कांग्रेस के

चंडीगढ़ कांग्रेस में मौजूदा अध्यक्ष एच एस लक्की लगातार लोगों को दिखाते हैं कि उनकी हाई कमांड में उनकी अच्छी पकड़ है और उन्होंने सांसदों चुनाव जिताने में अहम भूमिका निभाई है ,तो वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद पवन बंसल भी पीछे नहीं है ।हालाँकि उनकी पार्टी में अच्छी पकड़ है ,लेकिन मौजूदा लोकसभा चुनाव में उम्मीदवारी न मिलने पर अब लोगों को लगता है कि शायद उनकी पकड़ कम हो गई है ।ऐसे में वह राजनीतिक तौर पर लगातार शहर में सक्रिय हैं और लोगों से जुड़े हुए हैं ।ऐसे में उनकी पकड़ कम नहीं आंकी जा सकती।