Chandigarh News: जीरकपुर शहर में हो रहे अवैध निर्माणों संबंधी नगर कौंसिल जीरकपुर के अधिकारियों को चाहे कोई जितनी मर्जी शिकायतें कर ले लेकिन उस पर अधिकारी कोई भी कार्यवाही नहीं करते, जिसके चलते शहर की सुंदरता को दिन प्रतिदिन ग्रहण लग रहा है और शहर में कानून व्यवस्था दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। अब नगर कौंसिल जीरकपुर के अधिकारियों को उच्च अधिकारियों का भी डर नहीं रहा। क्योंकि अब नगर कौंसिल के अधिकारी एडीसी मोहाली के आदेशों को भी मानने को तैयार नहीं है।
इसकी सबसे बड़ी उदाहरण बलटाना क्षेत्र में मिली भगत से पास किए गए गलत नक्शे की है जिस संबंधी एक शिकायतकर्ता द्वारा 2 वर्ष से इसकी सूचना अधिकारियों को दी जा रही है तथा जिले के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इस संबंधी नगर कौंसिल जीरकपुर के अधिकारियों को इस मामले की रिपोर्ट पेश करने के आदेश भी जारी किए जा चुके हैं लेकिन नगर कौंसिल अधिकारी इन आदेशों का भी पालन नहीं कर रहे हैं।
इस मामले संबंधी डिप्टी कमिश्नर मोहाली को लिखे पत्र में शिकायतकर्ता ने लिखा कि मैने आपकी पुरी सहायता से फरवरी 2023 से ले करके आज तक बलटाना में एक गैरकानूनी कार्य बंद करवा रखा है (इस गैरकानूनी कार्य में प्लाटों के खरीदारों ने उस समय के रहे नायब तहसीलदार, सब तहसील जीरकपुर के साथ मिल कर बहुत ही बड़ा धोखा कर रखा है और रिहायशी प्लाटों की रजिस्ट्री बिना किसी एन ओ सी और बिना नक्शा पास करवाए 25/11/2022 को करवा कर इस प्लाट के पिछली तरफ लगती तीन दुकानों को पुरी तरह से तोड़ करके आपस में मिला कर बिना नक्शा पास करवाए (प्लाट साइज 13×98) की उसारी शुरू कर दी थी।
शिकायतकर्ता ने आगे लिखा कि अगर मैं आपकी सहायता लेकर इस गैरकानूनी कार्य को बंद करवाने में सफल ना हो पाता तो पंजाब सरकार को और रेवेन्यू विभाग को बड़ा घाटा सहना पड़ जाता क्योंकि रजिस्ट्री रिहायशी प्लाटों की करवाई गई थी। पिछली तरफ मेन मार्किट बलटाना की बंद पड़ी तीन दुकानों को पुरी तरह से तोड़ कर आपस में पुरी तरह से इस प्लॉट में मिला कर प्लाट का साइज़ 13×98 बना लिया गया था और बिना किसी डर से निर्माण शुरू कर दिया गया था।
शिकायतकर्ता ने आगे लिखा कि मैं आपके पास 23/1/23 को शिकायत दर्ज करवाने आया था जिस पर आपने नगर कौंसिल जीरकपुर के कार्यकारी अधिकारी तथा जीरकपुर के नायब तहसीलदार के नाम से एक नोटिस जारी करके अगले सात दिनो में पुरी रिपोर्ट के साथ जवाब मांगा था और उस गैरकानूनी कार्य को बंद करने के हुक्म जारी कर दिए थे।
आपकी सहायता से गैरकानूनी कार्य तो 3/2/23 को पुर्ण रुप से बंद हो गया था परन्तु पिछले कुछ दिन/महिने पहले मुझे मार्किट से जानकारी प्राप्त हुई थी कि इन बंद पड़े प्लाटों के नक्शे पास होने के लिए नगर कौंसिल जीरकपुर जा चुके हैं, जिसकी शिकायत मैने एडीसी यू डी मोहाली को दी थी। आपके इस दफ्तर ने मेरे द्वारा दी गई शिकायत पर करवाई करते हुए नगर कौंसिल जीरकपुर को नोटिस जारी करके पुरी रिपोर्ट के साथ जवाब मांगा था और साथ में यह भी लिखा था कि इस केस की रिपोर्ट मुहैया करने में किसी भी प्रकार से देरी ना की जाए।
अगर इस केस में किसी भी प्रकार की देरी हो गई कारवाई करने और रिपोर्ट मुहैया करने के लिए तो उसके लिए आपका नगर कौंसिल जीरकपुर दफ्तर पुरी तरह से जिम्मेदार होगा। यह नोटिस संख्या नंबर 6814 तारीख 29/8/2024 को भेजा गया था परन्तु नगर कौंसिल जीरकपुर ने इस आए हुए नोटिस की कोई भी परवाह नहीं की। उसके बाद एडीसी (यू.डी) मोहाली ने फिर से नगर कौंसिल जीरकपुर को याद करवाने के लिए 19/9/24 को फिर से एक याद पत्र संख्या नंबर 7245 भेज करके जवाब मांगा परन्तु नगर कौंसिल जीरकपुर ने इस नोटिस की भी आज तक कोई भी परवाह नहीं की है। नगर कौंसिल जीरकपुर ने आए हुए इन दोनो नोटिसों को आज तक पुरी तरह से अनदेखा कर रखा है।
उन्होंने आगे लिखा कि नगर कौंसिल जीरकपुर के अधिकारी सूचना अधिकार कानून का खुलेआम उल्लंघन कर रहे हैं और अगर उनसे कोई इस कानून के तहत जानकारी मांगी जाती है तो वह कोई भी जानकारी नहीं देते। उन्होंने कहा कि 2 वर्ष पहले मैंने सूचना अधिकार कानून के तहत जानकारी मांगी थी जिसका आज तक नगर कौंसिल जीरकपुर द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया।
शिकायतकर्ता ने बात करते हुए बताया कि जिन लोगों की मिली भगत से यह गलत नक्शे पास हुए हैं तथा रजिस्ट्री हुई है वह अब मुझे धमकी भी देते हैं तथा मुझे ब्लैक मेलर तक भी कहते हैं जिस संबंधी में आने वाले समय में खुलासा करूंगा।