Chandigarh News| जीरकपुर : नगर परिषद जीरकपुर के अंतर्गत आने वाले गांव गाज़ीपुर जट्टा के निवासियों ने सोमवार को भारतीय किसान यूनियन सिद्धुपुर के नेताओं के साथ एक बैठक की। इस बैठक के दौरान किसान नेताओं और ग्रामीणों ने अगली रणनीति बनाई। इस संबंध में जानकारी देते हुए गांव गाजीपुर जाट निवासी रणजीत सिंह ने बताया कि बैठक के दौरान किसान संगठन के नेताओं को पूरा रिकॉर्ड दिखाया गया। किसान नेताओं ने भी संतोष व्यक्त करते हुए नगर परिषद के अधिकारियों से फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन अधिकारियों ने फोन नहीं उठाया। उन्होंने बताया कि नगर परिषद द्वारा श्मशान घाट पर कब्जा लेने की तिथि 27 नवंबर तय की गयी है।उन्होंने कहा कि सुबह 10 बजे नगर परिषद की ओर से कार्रवाई की जा सकती है।
उन्होंने कहा कि यह श्मशान घाट मरंबाबंदी (1950) से उनके गांव का है, जिससे उनकी आस्था जुड़ी हुई है क्योंकि इसी श्मशान घाट में गांव के लोगों ने अपने पूर्वजों का दाह संस्कार किया था। रणजीत सिंह ने कहा कि अब नगर परिषद उनके श्मशान घाट में डंपिंग ग्राउंड बनाना चाहती ह,जिससे उनकी आस्था को ठेस पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि इसके पास ही गुगा माड़ी व शिव मंदिर भी स्थित है। जिससे उनकी धार्मिक आस्था को भी ठेस पहुंचेगी। रणजीत सिंह ने कहा कि किसान यूनियन के नेताओं ने ग्राम वासियों को आश्वासन दिया कि वे ग्राम वासियों के साथ खड़े रहेंगे। मान सिंह राजपुरा वित्त सचिव पंजाब भारती किसान यूनियन (सिद्धूपुर), जसविंदर सिंह टिवाणा ब्लॉक अध्यक्ष डेराबसी, रणजीत सिंह, सुखदेव सिंह, करमजीत सिंह, बहादुर सिंह, लवप्रीत सिंह, गुरतेज सिंह और धरमिंदर सिंह के अलावा बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।