Chandigarh News: पंचकूला- श्री माता मनसा देवी राजकीय संस्कृत महाविद्यालय में उच्चतर शिक्षा विभाग हरियाणा पंचकूला के वित्तीय सहयोग से दिनांक 17 व 18 दिसम्बर, 2024 को “ प्रशासनिक, वित्तीय और हरियाणा सेवा नियम 2016 ” विषय पर द्वि-दिवसीय राज्य स्तरीय संकाय विकास कार्यशाला (Administrative, Financial And Haryana Service Rules 2016) का आयोजन किया गया। उद्घाटन कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि डॉ. अशोक बंसल CEO श्री माता मनसा देवी श्राईन बोर्ड पंचकूला ने एवं विशिष्टातिथि के रूप डॉ. अनुराधा शर्मा सेवानिवृत प्राचार्या राजकीय महिला महाविद्यालय सैक्टर-14, पंचकूला ने शिरकत की।
उद्घाटन कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यातिथि, विशिष्टातिथि व अन्य सम्मानित अतिथियों के द्वारा दीपप्रज्वलन एवं सरस्वती वन्दना से हुआ। इस कार्यक्रम की सरंक्षिका एवं जिला उच्चतर शिक्षा अधिकारी, पञ्चकूला श्रीमती रीटा गुप्ता ने बताया कि “प्रशासनिक वित्तीय और हरियाणा सेवा नियम 2016” शीर्षक से आयोजित इस द्वि-दिवसीय कार्यशाला में लगभग 150 प्रतिभागी शामिल हुये है, जिनमें विभिन्न महाविद्यालयों के प्राचार्य, बरसर एवं प्रोफेसर शामिल है। इस द्वि-दिवसीय कार्यशाला में प्रतिभागियों को जैम पोर्टल, चिकित्सा प्रतिपूर्ति, दण्ड एवं अपील नियमावली, अवकाश एवं यात्राभत्ता नियमावली, सेवानिवृत्ति लाभ व प्रक्रिया एवं नई पेंशन योजना आदि विषयों पर विस्तृत जानकारी दी गयी। इस कार्यशाला के प्रथम दिवस संसाधक के रूप में श्री जहूर मीर एवं श्री अनिलशर्मा ने शिरकत किया।
इस उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्यातिथि ने अपने उद्बोधन में कहा कि श्री माता मनसा देवी मन्दिर परिसर में स्थित यह संस्कृत महाविद्यालय निरन्तर प्रगति कर रहा है। उन्होंनें इस बात पर भी जोर दिया कि आज के समय में संस्कृत के विद्यार्थियों को गहन अध्ययन करके उसके समाजोपयोगी स्वरुप को समाज के समक्ष प्रस्तुत करने की महती आवश्यकता है। विशिष्टातिथि डॉ. अनुराधा शर्मा ने इस राज्य स्तरीय संकाय विकास कार्यशाला के आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार सुशासन की दिशा में कार्य करते हुए कर्मचारियों के प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दे रही है। इस महाविद्यालय द्वारा आयोजित यह कार्यशाला निश्चय ही हरियाणा सरकार के इस प्रयास की महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगी।
इस कार्यक्रम में समागत विभिन्न जिलों के जिला उच्चतर शिक्षा अधिकारियों एवं प्राचार्यों को स्मृतिचिह्न देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अन्त में मुख्यातिथि व विशिष्टातिथि की स्मृतिचिह्न से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम के समन्वयक की भूमिका डॉ. रेणुका ध्यानी, संयोजक की भूमिका डॉ. सुनील कुमार एवं मञ्च संचालन के दायित्व का निर्वहन डॉ. राजबीर ने किया। इस अवसर पर विभिन्न महाविद्यालयों से सार समागत प्राचार्य, बरसर एवं प्रोफेसर एवं महाविद्यालय परिवार के सभी सदस्य उपस्थित रहे।