Chandigarh News: संत निरंकारी सत्संग भवन पिंजौर में आज स्थानीय मुखी जगदीश राम जी का जन्मदिन श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया गया। इस शुभ अवसर पर भारी संख्या में संगत एकत्रित हुई और प्रेमपूर्वक सेवा, सिमरन और सत्संग में भाग लिया।
समारोह में जोनल इंचार्ज ओ.पी. निरंकारी जी ने सतगुरु माता जी के पावन वचनों को संगत के समक्ष प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि संत महापुरुषों के जीवन में जन्मदिन केवल व्यक्तिगत उत्सव नहीं होता, बल्कि यह एक आध्यात्मिक अवसर होता है, जिसमें वे सत्संग को प्राथमिकता देते हैं और अपने सतगुरु के चरणों में श्रद्धा अर्पित करते हैं।
उन्होंने आगे कहा, “गुरु दर्शन दा फल है बड़ा, मन नू पाक बनांदा ये, गुरु चरणा दी धूड़ी पाके, मन माल्या धूल जांदा ये।” अर्थात् गुरु के दर्शन मात्र से मनुष्य का जीवन पवित्र हो जाता है और उनके चरणों की धूल भी आत्मा को शुद्ध कर देती है।
सत्संग में अनेक वक्ताओं ने सतगुरु की महिमा का बखान किया और समझाया कि आध्यात्मिकता ही जीवन का वास्तविक उद्देश्य है। ओ पी निरंकारी जी ने कहा कि संसार में लोग अलग-अलग तरीके से जन्मदिन मनाते हैं, लेकिन संतजन इसे सेवा, सिमरन और सत्संग के रूप में मनाकर अपने जीवन को सार्थक बनाते हैं।
इस अवसर पर भजन-कीर्तन और प्रवचनों से संगत को आत्मिक आनंद प्राप्त हुआ। श्रद्धालुओं ने प्रेम और भक्ति के साथ सेवा कार्यों में भी भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में सभी ने सतगुरु माता जी से आशीर्वाद प्राप्त किया और प्रसाद वितरित किया गया।