Chandigarh News: थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (टीआईईटी ) ने आज अपने परिसर में वेंचर लैब थापर का भव्य उद्घाटन किया — एक अत्याधुनिक नवाचार एवं उद्यमिता केंद्र, जिसे उच्च तकनीकी नवाचार, स्टार्टअप विकास और युवा उद्यमियों को सशक्त बनाने हेतु स्थापित किया गया है। यह चार मंज़िला, 25,000 वर्ग फुट का परिसर संस्थान की वैश्विक नवाचार नेतृत्व की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

थापर इंस्टीट्यूट में हम केवल उद्यमियों का निर्माण नहीं कर रहे हैं, बल्कि भारत के भावी नवप्रवर्तकों के लिए एक समग्र पारिस्थितिकी तंत्र तैयार कर रहे हैं। परिसर में निर्मित इस उत्कृष्ट संरचना में स्थित वेंचर लैब न केवल नवोन्मेषी विचारकों के लिए एक प्रक्षेपण स्थल के रूप में कार्य करेगा, बल्कि वैश्विक तकनीकी स्टार्टअप्स के लिए एक प्रेरक शक्ति भी बनेगा।

डॉ. राजीव रंजन वेदेराह, चेयरमैन, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स, थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी ने कहा कि यह महज़ एक शुरुआत है — एक ऐसे भविष्य की जहां थापर भारत में तकनीकी नवाचार का मार्गदर्शक बनेगा। वेंचर लैब थापर का शुभारंभ न केवल उत्तर भारत बल्कि सम्पूर्ण देश के लिए नवाचार एवं स्टार्टअप के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक क्षण है।”

प्रोफेसर पद्मकुमार नायर, डायरेक्टर, थापर इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी ने कहा कि वेंचर लैब थापर हमारी दीर्घकालिक दृष्टि का मूर्त रूप है — जिसमें हम नवाचार को जमीनी स्तर से सशक्त करते हुए उसे वैश्विक अवसरों से जोड़ते हैं।  उन्होंने आगे कहा, “सच्चा नवाचार वही है जो स्थापित मानकों से हटकर नए मार्गों की खोज करता है — और यही उद्यमिता की आत्मा है।”

वेंचर लैब थापर को नीदरलैंड स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ ट्वेंटी और यूनिवर्सिटी ऑफ ग्रोनिंगन में प्रोफेसर अर्ड ग्रोएन द्वारा विकसित वेंचर लैब   मॉडल से प्रेरणा मिली है, जिसे 2013 में यूरोप का सर्वाधिक प्रभावी एक्सेलेरेटर प्रोग्राम घोषित किया गया था। अब यह मॉडल भारत में अंतरराष्ट्रीय निवेश एवं बाजारों से स्टार्टअप्स को जोड़ने का माध्यम बनेगा।