Chandigarh News|चण्डीगढ़: चण्डीगढ़ प्रशासन के पर्यावरण विभाग के सहयोग से महर्षि दयानंद पब्लिक स्कूल, दरिया में जूट एवं पेपर बैग्स बनाओ वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इसका संचालन टीचर्स की देखरेख में किया गया। उन्होंने बच्चों को पेपर व जूट के थैले बनाना सिखाए। कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने बताया कि प्लास्टिक थैलों से प्रदूषण फैलता है। ये जल्दी नष्ट न होने के कारण भूमि के उपजाऊपन को भी कम करता है तथा पौधों को पनपने में बाधा उत्पन्न करता है। इन थैलों में काफी मात्रा में विषाणु होते हैं इसलिए इनमें खाद्य पदार्थ नहीं डालने चाहिए। इसे खाने से स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। जीव जंतु पॉलिथीन को खाकर अपनी जान गंवा रहे हैं। नदियों का जल भी इन्ही प्लास्टिक थैलों के कारण ही प्रदूषित होता है। विद्यार्थियों ने जूट बैग्स की महत्ता के बारे में बताते हुए कहा कि यह पृथ्वी के आवश्यक तत्वों को हानि नहीं पहुँचाता। यह पर्यावरण सहयोगी होने के कारण जहरीली गैसें तथा नुकसानदायक रासायनिको को पैदा नहीं होने देता। जूट और पेपर के थैले जल्दी गल जाते हैं। यह उर्वरता को कोई नुकसान नहीं पहुंचता। इससे निकलने वाला धुआं जहरीला नहीं होता है।
वर्कशॉप का शुभारंभ स्कूल के पैटर्न एनआरआई सुदर्शन गर्ग ने किया। उन्होंने बताया कि स्कूल के इको क्लब के विद्यार्थियों द्वारा पर्यावरण को स्वच्छ बनाने से संबंधित बढ़चढ़ हिस्सा लेने के कारण लोगों में जागरूकता आ रही है। वर्कशॉप का मुख्य उद्देश्य पॉलीथिन के दुष्प्रभाव के बारे में लोगों को आगाह करना तथा जूट व पेपर थैलों के प्रयोग को बढ़ावा देना था। स्कूल की वाईस प्रिंसिपल अंजू मोदगिल ने बताया कि इस वर्कशॉप का मुख्य उदेश्य जूट एवं पेपर बैग्स के चलन को बढ़ाना है। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि वे प्लास्टिक बैग्स को प्रयोग में न लायें।