आज समाज डिजिटल, Chandigarh News:
चंडीगढ़ के रहने वाले एक बेटे ने हाईकोर्ट पहुंचकर अपने पिता की हत्या का आरोप पुलिसकर्मियों पर लगाते हुए सीबीआई जांच की मांग की। उसका कहना था कि उसके पिता की मौत पुलिसकर्मियों के बेरहमी से पीटने के कारण हुई है। उसने इसके एवज में 50 लाख रुपये मुआवजा भी मांगा है।

याचिका पर पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने चंडीगढ़ के प्रशासक, गृह सचिव और सीबीआई को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। याचिका दाखिल करते हुए इंदिरा कालोनी निवासी लक्ष्मण ने हाईकोर्ट को बताया कि चांदनी नामक महिला व उसके पति की शिकायत पर 23 जुलाई 2018 को पुलिस याची के घर पहुंची थी।

याची के घर पर ही उसके पिता सुखराज की बेरहमी से पिटाई की गई। इसके बाद उन्हें पीटते हुए आईटी पार्क पुलिस स्टेशन ले गए। जब इसकी सूचना याची को मिली तो वह पुलिस स्टेशन पहुंचा। वहां पर उसके पिता की स्थिति मार-मारकर ऐसी कर दी गई थी कि वह बात करने तक में सक्षम नहीं थे।

ओपीडी कार्ड दिखाकर छुड़ाया था पिता को

याची ने पुलिस अधिकारियों को उसके पिता के बीमार होने की बात बताई और ओपीडी कार्ड भी दिखाया। पुलिस ने याची के पिता की हालत को देखते हुए उसे घर ले जाने की अनुमति दे दी। इसके बाद याची के पिता की मौत हो गई और मामले की शिकायत दी गई, लेकिन पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं की। जब मोहल्ले के लोग और मीडिया वाले आए तो जाकर डीडीआर दर्ज की गई थी।

याची ने बताया कि इसके बाद जांच एसडीएम को सौंपी गई, लेकिन अब तक इस मामले में एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। हाईकोर्ट से अपील की गई कि इस मामले में हत्या की धाराओं में एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया जाए। साथ ही मामले की जांच सीबीआई या किसी स्वतंत्र एजेंसी को सौंपी जाए। पिता की हत्या का आरोप लगाते हुए याची ने मुआवजे के तौर पर 50 लाख रुपये जारी करने की अपील की है।