चंडीगढ़ (मंजीत सहदेव): केंद्र सरकार द्वारा एमरजेंसी के लिए संविधान का क़त्ल का दिवस घोषित कर दिया गया है । एमरजेंसी के दौरान चंडीगढ़ के पूर्व सांसद एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता सत्यपाल जैन एक साल तक जेल में क़ैद रहे थे ।उनका कहना है कि उन दिनों को याद कर आज भी उनकी रुह कांप जाती है। उन्होंने बताया कि वह उस दौरान पंजाब यूनिवर्सिटी में लॉ कॉलेज में एडमिशन लेने के लिए गए थे ।इसी दौरान उन्हें वहाँ से पुलिस ने यह कहकर गिरफ़्तार कर लिया कि उन्होंने इंदिरा गांधी की सरकार गिराने के लिए पंजाब यूनिवर्सिटी के सभी स्टूडेंट्स को इकट्ठा कर रैली की है ।इसी बात का बहाना लगाकर उन्हें गिरफ़्तार कर लिया था ।
पूरी रात पुलिस लगाती रही करंट
सत्यपाल जैन ने बताया कि उन्हें पूरी रात पुलिस ने टॉर्चर कर करंट लगाती रही ।उन्होंने बताया कि कुछ देर और पुलिस इसी तरह करंट लगाती तो शायद वह आज ज़िंदा नहीं होते । वह दिन याद कर आज भी उसकी रूह कांप जाती है ।उन्होंने कहा कि वह बहुत ही बुरे दिन थे। इसके बाद उन्हें जेल में भेज दिया गया।
एक साल तक रखा जेल में, रिश्तेदार साथी भी मिलने से घबराते थे
सत्यपाल जैन का कहना है कि एक साल तक उन्हें जेल में रखा गया ।इस दौरान उन्हें मिलने के लिए कोई भी रिश्तेदार या जानकार नहीं आता था ।सभी लोग घबराते थे कि कहीं उन्हें भी पुलिस जेल में बंद न कर दें ।परिवार के साथ एक सीआईडी का कर्मचारी भी बैठा रहता था और सारी बातें सुनता था।
बीबीसी से पता चलते थे समाचार
सत्यपाल जैन ने कहा कि उस समय समाचार पत्रों पर भी प्रतिबंध था और ख़बरें पता नहीं चलती थी ,लिहाज़ा बीबीसी के ज़रिए ही ख़बरों का पता चलता था।