Chandigarh News: संत सिद्धांत धर्म संस्था के संस्थापक संत सोमपाल जी का 7 अप्रैल को आकस्मिक निधन हो गया था। वे 78 वर्ष के थे। उन्होंने 28 फरवरी 2001 को संत सिद्धांत धर्म संस्था की स्थापना की थी। संत सोमपाल जी की आत्मिक शांति के लिए सत्संग एवं भोग का आयोजन 16 अप्रैल (बुधवार) को सेक्टर 38 के कम्युनिटी सेंटर में किया जाएगा। जिसमें काफी संख्या में दूर दराज से संतों और महात्माओं के पहुंचने की उम्मीद है।

संस्था के प्रमुख संत सोमी देवी, संत रोशन सुधारक, संत वी के सुधारक, संत रवि सिद्धांती संत सोनी सिद्धांती, संत संदीप सिद्धांती आदि ने संस्था के संस्थापक संत सोमपाल जी के देह त्याग पर गहरा दुख प्रकट किया। संत सोमपाल जी हमेशा अपने अनुयायियों को सत्य की राह पर चलने की सीख देते रहे हैं।

वह कहते थे कि परमात्मा की पहचान तभी हो सकती है जब हमें उसकी पहचान करने वाला कोई गुरु मिले। इसीलिए बिना गुरु के भक्ति नहीं हो सकती  गुरु की जरूरत सभी को पड़ती है चाहे राजा जनक हो या भक्त कबीर। हर एक ने परमात्मा को पाने के लिए गुरु की भक्ति की। परमात्मा ने हमें संसार को देखने के लिए दो आंखें दी हैं लेकिन परमात्मा को देखने के लिए आंख हमें गुरु से ही मिलती है।