Chandigarh News|चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने उद्योगपतियो को आह्वाहन किया है कि वह पंजाब में अपने उद्योगों का विस्तार करें राज्य सरकार हर संभव मदद करने के लिए वचनबद्ध है। मुख्यमंत्री पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स द्वारा अमृतसर में आयोजित किये जा रहे 18वें पंजाब इंटनेशनल ट्रेड एक्सपो का ब्रॉशर लांच करने के बाद पीएचडीसीसीआई के प्रतिनिधियों से रूबरू थे। इस बार पाईटैक्स का आयोजन पांच दिसंबर से नौ दिसंबर तक अमृतसर में किया जा रहा है।
पीएचडीसीसीआई पंजाब चेप्टर के अध्यक्ष कर्ण गिल्होत्रा की अगुवाई में प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की और पाईटैक्स के बारे में जानकारी दी। कर्ण गिल्होत्रा ने मुख्यमंत्री को बताया कि 19 साल पहले शुरू किए गए पाईटैक्स के साथ-साथ पीएचडीसीसीआई के विकास के बारे में जानकारी दी। केवल 50 कारोबारियों के साथ शुरू किया गया पाईटैक्स अब 500 से अधिक कारोबारियों की मेजबानी कर रहा है। यहां हर साल लाखों की संख्या में लोग आते हैं।
कर्ण गिल्होत्रा ने सीएम को बताया कि पाईटैक्स के माध्यम से कारोबारियों को ऐसा मंच मुहैया करवाया है जहां वह अपने नए उत्पादों को लांच कर सकते हैं। बड़े बदलाव का जिक्र करते हुए कर्ण गिल्होत्रा ने कहा कि पहले जहां पंजाब के उद्योगपति अपना कोई भी उत्पाद मार्केट में उतारने के लिए देश की राजधानी दिल्ली की तरफ जाते थे वहीं अब पाईटैक्स के दौरान भी उत्पादों को पंजाब की मार्केट में उतारा जा रहा है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पीएचडीसीसीआई के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि पंजाब सरकार द्वारा लगातार उद्योगपतियों को सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में काम किया जा रहा है वहीं औद्योगिक नीति को भी सरल बनाया गया है। जो उद्योगपति पंजाब में अपने कारोबार का विस्तार करना चाहते हैं उनको हर तरह की क्लीयरेंस समयबद्ध तरीके से दी जा रही है।
इस अवसर पर पीएचडीसीसीआई की क्षेत्रीय निदेशक भारती सूद ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि पंजाब सरकार की योजनाओं का प्रचार-प्रसार करते हुए जहां छोटे उद्योगों को बढ़ावा देने में चैंबर अपनी भूमिका मजबूत कर रहा है वहीं हालही में पराली प्रबंधन के विष्य पर भी पंजाब सरकार के सहयोग से कांफ्रैंस का आयोजन करके प्रदेश वासियों को जागरूक किया गया है। जो सतत विकास के प्रति इसके समर्पण को दर्शाता है। उम्मीद है कि पाईटैक्स-2024 एक आधारशिला कार्यक्रम होगा, जो व्यापार, नवाचार और व्यवसायों के बीच सहयोग को बढ़ावा देगा तथा एक औद्योगिक केंद्र के रूप में पंजाब की स्थिति को मजबूत करेगा।