Chandigarh News: उपायुक्त मोनिका गुप्ता आज लघु सचिवालय के सभागार में आयोजित जिला स्तरीय टास्क फोर्स खनन समिति और डीएमएफ समिति की बैठक की अध्यक्षता की। उन्होंने अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश दिए।
उन्होंने निर्देश दिए कि पुलिस विभाग, माइनिंग विभाग, इंफॉसमेंट विभाग मिलकर चार जगहों पर स्थाई नाकाबंदी करें। ताकि वहां से अवैध माइनिंग में लगाए और ओवरलोडिड वाहनों को रोका जा सके।
उन्होंने कहा कि माइनिंग से सीधे तौर पर जो गांव प्रभावित होते हैं उनको डीएमएफ समिति फंड से लाभ दिया जाएगा। इसके लिए जिला प्रोग्राम अधिकारी को आंगनवाडी केन्द्रों के लिए, जिला खेल अधिकारी को खेल स्टेडियमों के लिए, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी गांवों के विकास कार्यों के लिए और जिला शिक्षा अधिकारी को स्कूलों के कामों के लिए अपने प्रपोजल बनाकर माइनिंग अधिकारी को भेजने के लिए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि माइनिंग के प्रभावित होने वाले गांवों में ऐसा विकास होना चाहिए, जो दूसरे गांवों के लिए आदर्श बनें।
बैठक में माइनिंग अधिकारी ने बताया कि जनवरी माह में 46 वाहन और फरवरी में 24 वाहनों को सीज किया गया। दोनों महीने में 45.35 लाख रूपये की रिकवरी की गई। उन्होंने बताया कि जनवरी माह में 14 वाहनों और छह अवैध माइनिंग करने वालों के खिलाफ केस दर्ज करवाया गया। इसी तरह फरवरी माह में 10 वाहनों और 1 अवैध माइनिंग करने वालों के खिलाफ केस दर्ज किया गया।
इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त निशा यादव, एसडीएम पंचकूला चंद्रकांत कटारिया, नगराधीश विश्वनाथ, माइनिंग अधिकारी गुरजीत सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी सतपाल कौशिक, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी संध्या, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी विशाल पराशर, जिला खेल अधिकारी नील कमल, जिला समाज कल्याण अधिकारी डा. विशाल सैनी, एक्सईएन आशीष चौधरी सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।