Chandigarh News: व्यापार में सफलता पाने के लिए एक व्यापारी की मुख्य भूमिका उनकी क्षमता, नेतृत्व, सहनशीलता, निरंतरता और नवाचार की आवश्यकता होती है। एक व्यापारी को अपने व्यवसाय की पहचान, नौकरियों की नियुक्ति, वित्तीय प्रबंधन, और निरंतर नए और उत्कृष्ट तरीके की खोज में लगन और समर्पण की आवश्यकता होती है। ये शब्द मनीषीसंतमुनिश्रीविनयकुमारजीआलोक ने आज ग्रेन मार्किट ऐसोसिएशन के अधिकारी व पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए सैक्टर-24सी अणुव्रत भवन तुलसीसभागार मे कहे।
इस दौरान ग्रेन मार्किट एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहित सुध, प्रकाश जैन उपाध्यक्ष, अनिल गर्ग, राहुल सेके्रटरी, बजरंग गर्ग मंत्री, देवेंद्र कैशियर और बी.जी चेयरमैन ने अणुव्रत भवन मे पहुंचकर मनीषीसंत से आर्शीवाद प्राप्त किया और 20 फरवरी को व्यापार शुद्धि अभियान का आरंभ करने का मनीषीसंत से आग्रह किया जिसे मनीषीसंत ने सह स्वीकार किया।
मनीषीसंत ने आगे कहा व्यापारी को अपने लक्षित ग्राहकों को समझना चाहिए और उनकी जरूरतों और इच्छाओं को पूरा करने वाले उत्पादों या सेवाओं को विकसित करना चाहिए। व्यापारी को अपने उत्पादों या सेवाओं को प्रतिस्पर्धी बनाना चाहिए ताकि वे ग्राहकों को आकर्षित कर सकें।  व्यापारी को एक मजबूत विपणन और बिक्री रणनीति विकसित करनी चाहिए ताकि वे अपने उत्पादों या सेवाओं को ग्राहकों तक पहुंचा सकें। व्यापार में सफलता के लिए कड़ी मेहनत, समर्पण और दृढ़ संकल्प की आवश्यकता होती है। एक व्यापारी इन सुझावों का पालन करके अपनी सफलता की संभावनाओं को बढ़ा सकता है।
मनीषीसंत ने अंत मे फरमाया व्यापार की शर्तें विभिन्न प्रकार की हो सकती हैं, जैसे की वस्तुओं की मूल्य, भुगतान की अवधि, वित्तीय संरचना, वस्तुओं की गुणवत्ता, आदि। व्यापार में सफलता पाने के लिए एक व्यापारी की मुख्य भूमिका संघर्षक, नेतृत्वपूर्ण, समर्पित, सहयोगी, और नवाचारी मानसिकता वाली होनी चाहिए। उन्हें अच्छी योजनाबद्धता, विचारशीलता, बाजार के परिपण्र्य की समझ, और ग्राहकों की आवश्यकताओं को समझने की क्षमता होनी चाहिए। व्यापार में अपना फायदा देखना तो स्वाभाविक ही है लेकिन याद रखें कि यदि आप नियमित ग्राहक को फायदा पहुंचाने में सफल हो पाते हैं तो वो भविष्य में आपको कई गुना फायदा पहुंचाएगा। ग्राहक को इतना फायदा पहुंचाएं जितने की वो उम्मीद भी न कर रहा हो,यदि उसके मुंह से वाह! निकल गया तो समझ लीजिए कि वो आपका मुफ्त का प्रचारक बन जायेगा। आपके कर्मचारी आपके हाथ-पैर होते हैं,उन्हें भार न समझें। कर्मचारियों का ख्याल रखें,उन्हें अपने व्यापार का महत्वपूर्ण हिस्सा मानें और उन्हें महसूस कराएं कि इस व्यापार की उन्नति में उनकी भी उन्नति छुपी हुई है।